भारतीय वायुसेना की ताकत, तेजी और तैयारी परखने के लिए उन्नाव के बांगरमऊ में युद्धक विमानों की दो दिवसीय ड्रिल गगन शक्ति सफल रही। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे ने तीसरी बार इंडियन एयरफोर्स का भरोसा जीत लिया। इस एक्सप्रेस-वे की साढ़े तीन किलोमीटर की हवाई पट्टी पर तेज रफ्तार फाइटर प्लेन उतरे, पार्क हुए और उड़ान भरी।
वायुसेना के अफसरों ने दो दिनों की इस कामयाब एक्सरसाइज पर तालियों के साथ एक दूसरे को मुबारकबाद दी। आज से एक्सप्रेस-वे की हवाई पट्टी पर डिवाइडर लगाने का काम शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही वायु सेना अपने संसाधनों को हटाएगी भी। सर्विस लेन पर डायवर्जन पॉइंट पर पुलिसकर्मी डटे रहेंगे।
बता दें कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर बांगरमऊ में 2016 और 2017 के लगातार इमरजेंसी ऑपरेशन के सात साल बाद इस एक्सप्रेस-वे ने फिर से वायुसेना का बीते दिन रविवार को भरोसा जीता है। साढ़े तीन किलोमीटर की हवाई पट्टी एक्सप्रेस-वे पर पहली वायु सेना के लिए पहली पसंद बनी हुई।
दो एयरफोर्स स्टेशनों के नजदीक
देश में कभी आपात स्थिति में एयरबेस से उड़ान न भर पाने की स्थिति में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे की इस हवाई पट्टी से विमानों का सफल ऑपरेशन होगा। यह हवाई पट्टी एयरफोर्स की पहली पसंद बन गई है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह सुरक्षा, दो एयरफोर्स स्टेशनों से नजदीकी। 302 किमी के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर साढ़े तीन किमी की हवाई पट्टी उन्नाव के बांगरमऊ में उस जगह बनाई गई है। जहां से वायुसेना के फाइटर प्लेन का ऑपरेशन करना आसान है। एक्सप्रेस-वे के इस इलाके में ज्यादा घुमाव न होने, हाईवे के दोनों तरफ तरफ ज्यादा आबादी न होने से भी ऑपरेशन आसान है।
12 अप्रैल से यातायात सामान्य- बांगरमऊ सीओ
बांगरमऊ सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हवाई पट्टी पर वायुसेना के द्वारा किए गए रिहर्सल के बाद आज से वायु सेवा के कर्मचारी अपने संसाधनों को हटाएंगे। इसके साथ ही अब हवाई पट्टी के बीच में डिवाइडर रखने का काम शुरू किया जाएगा। आगामी 12 अप्रैल तक यह काम चलेगा। इसके बाद लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर आवागमन करने वाले वाहन को सर्विस लेन से ना गुजार करके पहले की तरह सीधे निकाला जाएगा। इस दौरान अभी 4 दिन तक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी सर्विस लेन और डायवर्जन में लगी रहेगी।