अनंत अंबानी की शादी के लिए दानघाटी मंदिर में कार्ड आया। इस कार्ड को ठाकुर जी के चरणों से स्पर्श कराया गया, लेकिन उसके बाद जो कुछ भी हुआ, उसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। जानें पूरा मामला…
अनंत अंबानी की शादी के कार्ड को लेकर मथुरा में खींचतान शुरू हो गई है। गिरिराज मंदिर के सेवायत दीपचंद पुरोहित का आरोप है कि अनंत अंबानी का कार्ड लेकर दानघाटी मंदिर आए व्यक्ति ने यहां कार्ड नहीं दिया। केवल ठाकुरजी के चरण स्पर्श कराए। फोटो खिंचवाया और कार्ड वापस ले गए। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्होंने इसकी शिकायत मंदिर कमेटी से की है।अनंत अंबानी की शादी की चर्चाएं जोरों पर रहीं। मथुरा में भी विभिन्न मंदिरों में कार्ड आए। 11 जुलाई को मुकुट मुखारबिंद मानसी गंगा मंदिर गोवर्धन के सेवायत परिवार सदस्य मनोज शर्मा दानघाटी मंदिर में यह कार्ड लेकर पहुंचे थे। गिरिराज मंदिर के सेवायत दीपचंद पुरोहित का आरोप है कि यह कार्ड इस मंदिर में ही देना चाहिए था। कार्ड यहां नहीं दिया और कार्ड वापस ले गए। उन्होंने केवल कार्ड चढ़ाया और वापस ले गए।
पूछा तो कहा कि यह कार्ड जतीपुरा देना है। हमने कहा कि वहां तो अलग कार्ड आया होगा। यह गिरिराज जी का निमंत्रण है पर वह नहीं माने और कार्ड ले गए। इस बाबत कमेटी को लिखकर दे दिया गया है। इस कार्ड को काफी महंगा माना जा रहा है। ऐसे में कार्ड पर उठा यह विवाद चर्चा में आ गया है। जहां इस मंदिर के लोग इस पूरे प्रकरण की जांच की बात कह रहे हैं तो वहीं कार्ड ले जाने वाले सेवायत का कुछ और ही कहना है। उधर कार्ड वितरण से जुड़े पवन चतुर्वेदी का कहना है कि कार्ड मनोज शर्मा के पास है और सही है।
मुकुट मुखारबिंद मानसी गंगा मंदिर सेवायत परिवार के सदस्य मनोज शर्मा ने बताया कि गिरिराजजी के सेवायत होने के नाते यह कार्ड पर्सनली मुझे दिया गया है। मेरे मन में आया कि ठाकुर जी के मंदिर में ले जाकर इसका चरण स्पर्श करा दिया जाए। हमने चरण स्पर्श करा दिया। बस यही बात है। कार्ड मेरे ही पास है।