उन्नाव। थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज घटनास्थल पर किस समय पहुंचे, इसकी लोकेशन एसपी अपने कार्यालय में बने कंट्रोलरूम के साथ मोबाइल और लैपटॉप पर देख सकेंगे। नवागत एसपी ने इनके सरकारी वाहनों में जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) लगाने के निर्देश दिए हैं। एक सप्ताह में प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
एसपी दीपक भूकर ने 13 सितंबर को जिले में चार्ज लिया था। उनके आते ही बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में डकैती की घटना हो गई। उन्होंने घटनाओं की समीक्षा की तो चोरी की बढ़ती घटनाओं पर नाराजगी जताई। उन्होंने पुलिस की रात्रि गश्त में शिथिलता पर भी नाराजगी जताई है। घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए उन्होंने नई योजना तैयार की है। उन्होंने सभी 21 थानों के थानाध्यक्षों के साथ चौकी इंचार्जों की गाड़ियों में जीपीएस लगाने के निर्देश दिए हैं, ताकि उनकी पूरे दिन की लोकेशन मिलती रहे। एसपी ने बताया कि अभी तक इनके सरकारी वाहनों में जीपीएस सिस्टम नहीं लगा है। गाड़ियों में जीपीएस लगने से रात्रि गश्त में सुधार होगा। हाईवे पेट्रोलिंग भी दुरुस्त होगी। उन्होंने बताया कि इसका कंट्रोल रूम एसपी कार्यालय में बनेगा। साथ ही उनके मोबाइल और लैपटॉप पर भी कनेक्टिविटी रहेगी। 24 घंटे में किसी भी समय लोकेशन देखी जा सकेगी।
ऐसे काम करेगा सिस्टम
गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगते ही गाड़ी की वर्तमान पोजीशन अपग्रेड होती रहेगी। पुलिस कंट्रोल रूम से उनकी ट्रैकिंग होगी। एसपी के मुताबिक, किसी थानाक्षेत्र में घटना होने पर पुलिस की रात्रि गश्त चेक करनी हो तो कंट्रोल रूम में संबंधित गाड़ी की आईडी पर क्लिक करना होगा। संबंधित गाड़ी कहां गश्त कर रही है या कहां खड़ी है, इसका पता चल जाएगा। लापरवाही पर कार्रवाई होगी।