उन्नाव। एक लाख की आबादी को जल्द ही कच्चे रास्तों से निजात मिलने की उम्मीद है। सांसद निधि से मिली 23 लाख की धनराशि से ग्रामीण अभियंत्रण विभाग पांच रास्तों पर इंटरलॉकिंग बिछवाने जा रहा है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
नगरीय निकाय व ग्रामीण क्षेत्रों में कई ऐसे मार्ग हैं जो लंबे समय से कच्चे हैं। इन पर ग्रामीणों का आवागमन मुश्किल हो रहा है। बारिश के दौरान यह मार्ग दलदल में तब्दील हो जाते हैं, जिससे करीब एक से दो माह तक रास्ता बंद हो जाता है और ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ती है। पूर्व में लोगों ने इन समस्याओं के निस्तारण के लिए सांसद ने गुहार लगाई थी। इसके बाद सांसद डॉ. हरि साक्षी महाराज ने शहरी व राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने ग्रामीण क्षेत्र के लिए अपनी निधि से इंटरलॉकिंग निर्माण के जरिए कच्चे मार्गों को पक्का करने के लिए करीब 23 लाख का बजट दे दिया है।
निधि मिलने के बाद ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने पांच कच्चे मार्गों पर इंटरलॉकिंग लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। इससे क्षेत्रों में आवागमन सुलभ होगा। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशाषी अभियंता नरेंद्र जैन ने बताया कि दो सांसदों की निधि से पांच इंटरलॉकिंग निर्माण के लिए पैसा मिला है। जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही धरातल पर काम शुरू कराया जाएगा।
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यहां बिछेगी इंटरलॉकिंग
1- पीतांबर नगर के वार्ड नंबर आठ में दिनेश चौरसिया के घर से छोटे के घर तक इंटरलॉकिंग रोड का निर्माण- लागत 2.86 लाख
2- कृष्णा नगर में विजय लोधी के घर से कनौजिया के घर तक इंटरलॉकिंग निर्माण- लागत 2.51 लाख
3- कब्बाखेड़ा में भूपेंद्र सिंह की गली से नाली तक इंटरलॉकिंग निर्माण- लागत 7.20 लाख
4- सफीपुर के फिरोजपुर खुर्द दत्ताखेड़ा में श्रवण सिंह के दरवाजे से अमित सिंह के घर तक इंटरलॉकिंग- लागत 4.42 लाख
5- चिलौली में रमेश के घर से कल्लू के घर तक इंटरलॉकिंग रोड निर्माण- लागत 6.19 लाख