Bahraich Violence Ramgopal Mishra News: पुलिस ने एनकाउंटर के बाद पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद अब तक 12 मुकदमा दर्ज किए गए हैं और 55 से अधिक लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
बहराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल की मौत को लेकर हर जगह अलग-अलग बातें चल रही हैं। कहीं गोली लगने से पहले या बाद में उसके करंट के झटके देने तो कहीं उसे तलवार से काटने की बात कही गई। इसके बाद पुलिस ने इन अफवाहों का खंडन भी किया। अब रामगोपाल मिश्रा की पोस्टमार्टम से जुड़ी चौंकाने वाली बात सामने आई है। विभागीय सूत्र ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक रामगोपाल मिश्रा के शरीर में 30 से 35 छर्रे धंसने की पुष्टि हुई हैं।
सूत्रों के मुताबिक, छर्रे मृतक के चेहरे, गले और सीने में धंसे मिले हैं। जो साफ जाहिर कर रहे है कि उसे तीन से अधिक भरुआ कारतूस मारे गए हैं। मृतक के कंधों के नीचे भी मौत की पुष्टि के लिए गोली मारी गई है।
मौत का ये सामने आया असल कारण
सूत्र ने बताया कि गोली मारने से पहले मृतक की जमकर निर्मम पिटाई भी की गई है। जिससे मृतक के शरीर में कई चोट के निशान हैं और बाईं आंख के ऊपर धारदार और ठोस हथियार से वार के निशान है। वहीं, मौत का कारण हैमरेज मतलब अधिक रक्तस्राव निकला है।
महसी के सीओ सस्पेंड, अब तक 55 गिरफ्तार
प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान रविवार और सोमवार को हुई हिंसा के बाद अब धीरे-धीरे जिले के हालात सामान्य होने लगे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस फोर्स अब भी तैनात है और एडीजी गोरखपुर जोन केएस प्रताप व कमिश्नर शशि भूषण लाल समेत आला अधिकारी कैंप कर रहे हैं। घटना के बाद अब तक 12 मुकदमा दर्ज किए गए हैं और 55 से अधिक लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बुधवार को चौथे दिन हिंसा प्रभावित रमपुरवा, भगवानपुर, हरदी, शिवपुर, खैरा बाजार में दुकानें खुली रहीं और स्थिति सामान्य रही। लोग बेखौफ बाजारों में निकले और रोजमर्रा के जरूरी सामान खरीदते दिखे।
रामगोपाल के परिजन बोले- कार्रवाई से खुशी तो मिली, लेकिन संतोष नहीं
रामगोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद व उसके बेटों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं, पुलिस पर फायरिंग के बाद सरफराज व तालीम घायल भी हुए। इसके बाद भी रेहुवा के ग्रामीण व मृतक के पिता व पत्नी संतुष्ट नहीं हैं। बातचीत में पिता कैलाश नाथ व पत्नी रोली ने बताया कि पुलिस की कार्रवाई से खुशी तो मिली, लेकिन पूरी संतुष्टि नहीं मिली। बेटे की हत्या करने वालों का पूरा एनकाउंटर होना चाहिए था।
यह है पूरा मामला
बता दें कि बहराइच के महाराजगंज में रविवार शाम को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए बवाल में राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने जिले में जमकर उत्पात मचाया। मंगलवार और बुधवार को जिले में शांति रही। बृहस्पतिवार को महाराजगंज इलाके में भी इंटरनेट बहाल कर दिया गया। वहीं, हत्याकांड के आरोपियों की पुलिस द्वारा घर से उठाए जाने और उनका एनकाउंटर होने की बात सामने आ रही है। मृतक युवक के परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
नेपाल सीमा के पास से पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा
गुरुवार को पुलिस ने नानपारा बाईपास पर हांडा बसेहरी नहर के पास आरोपियों की घेराबंदी की। जहां पुलिस व आरोपियों के बीच जवाबी फायरिंग हुई जिसमें दो आरोपी घायल हो गए। आरोपियों के नाम मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालीम हैं। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि एनकाउंटर के बाद पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये सभी हिंसा के आरोपी थे। उन्होंने कहा कि आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे।
ये आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आए
यूपी पुलिस ने मामले पर बयान जारी करते हुए कहा कि रविवार को महराजगंज में एक युवक की गोली मार कर हत्या करने के केस में आज बहराइच पुलिस द्वारा पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके नाम मोहम्मद फहीन, मोहम्मद तालीम, मोहम्मद सरफराज, मोहम्मद हमीद और मोहम्मद अफजल हैं।