उन्नाव। पुरवा विकासखंड की ग्राम पंचायत बनिगांव में 100 शौचालयों का कागजों पर निर्माण कराकर 12.48 लाख रुपये का गबन किया गया। मामले में फर्जी जीओ टैग करने वाले खंड प्रेरक को सीडीओ ने नोटिस जारी की है। अन्य पर भी कार्रवाई की तैयारी है।
बनिगांव निवासी प्रमोद कुमार ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि 137 शौचालयों का कागजों पर निर्माण कराकर 17 लाख से अधिक की धनराशि का गबन किया गया है। डीएम ने मामले की जांच के आदेश डीपीआरओ को दिए थे। जिला पंचायतराज अधिकारी ने एडीपीआरओ के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम गठित कर दी थी। टीम ने गांव जाकर जांच की थी। एक-एक शौचालय की धरातलीय जांच की थी। सत्यापन के दौरान 104 शौचालय नहीं मिले। अधिकारियों को जांच में पता चला कि जिम्मेदारों ने कागजों पर शौचालय बनवा दिए। उनकी जीओ टैगिंग भी विभागीय वेबसाइट पर करा दी।
जबकि जिस लाभार्थी के घर में शौचालय बने होने की जीओ टैगिंग की गई, असलियत में उसके यहां शौचालय बना ही नहीं था। जांच में 12.48 लाख रुपये के सरकारी धन के गबन की पुष्टि हुई। टीम ने पूरी रिपोर्ट डीपीआरओ को भेजी। डीपीआरओ से रिपोर्ट मिलने के बाद सीडीओ प्रेम प्रकाश मीणा पहले स्तर पर जीओ टैग करने वाले खंड प्रेरक सुनील कुमार व तत्कालीन खंड प्रेरक और वर्तमान में गंजमुरादाबाद में तैनात सत्यम द्विवेदी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
निर्देश दिए हैं कि तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण दें। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर सेवाएं समाप्त करने की चेतावनी दी है। सीडीओ ने बताया कि खंड प्रेरकों को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। स्पष्टीकरण मिलने का इंतजार किया जा रहा है। समय से जवाब न मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।