उन्नाव। चार माह और इंतजार कीजिए, इसके बाद दोस्ती नगर बाईपास पर फर्राटा भरिए। कार्यदायी संस्था का दावा है कि अगले साल फरवरी के अंत तक बाईपास बनकर तैयार हो जाएगा। इसके चालू हो जाने से शहर में भारी वाहनों का प्रवेश नहीं हो पाएगा। फिर शहर में जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। बारिश थमने और दिवाली का त्योहार संपन्न होने के बाद बाईपास के निर्माण में तेजी आई है। मिट्टी भरान का काम करीब 80 फीसदी कार्य पूरा हो गया है।
हरदोई की ओर से अभी रोजाना करीब 5000 वाहन अग्निशमन प्रशिक्षण केंद्र दोस्ती नगर के सामने से होकर शहर के मोहल्ला दरोगाबाग, बाबूगंज पुल, मोतीनगर और आवास विकास कालोनी होते हुए लखनऊ-कानपुर हाईवे पर आते-जाते हैं। शहर के अंदर से आवागमन होने के कारण अक्सर जाम लगता है और दुर्घटनाएं होती हैं। कई लोग हादसे में जान भी गंवा चुके हैं। इसी समस्या को खत्म करने के लिए बाईपास के निर्माण की घोषणा वर्ष 2016 में की गई थी। हरदोई मार्ग स्थित अग्निशमन प्रशिक्षण केंद्र से लखनऊ-कानपुर हाईवे स्थित दही चौकी चौराहा तक इसकी लंबाई 9.5 किलोमीटर और चौड़ाई सात मीटर तय है।
नए प्रस्तावित बाईपास के क्षेत्र में वन विभाग की 7.5 हेक्टेयर जमीन आ रही थी। वन विभाग को जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद पीडब्ल्यूडी की ओर से बीघापुर में जमीन उपलब्ध कराई गई। इस जमीन पर वन विभाग ने सहमति जता दी। उधर, शासन ने भी 34 करोड़ के तय बजट में से 14.99 करोड़ जारी कर दिए। जुलाई 2024 में बाईपास का निर्माण शुरू हुआ। तीन माह में पीडब्ल्यूडी ने मिट्टी भरान कराकर 80 फीसदी भूमि को समतल कर दिया है।
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कोट———-
बाईपास निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। मिट्टी भरान का काम लगभग पूरा होने वाला है। कोशिश की जा रही है कि काम पूरा कराकर फरवरी के अंत तक यातायात चालू कर दिया जाए।
– हरदयाल अहिरवार, एक्सईएन, प्रांतीय खंड लोकनिर्माण विभाग