दिल्ली में आयोजित धर्म संसद हेतु सनातन धर्म के भक्तों का विशाल एकजुटता प्रदर्शन, निशुल्क बस सेवा से यात्रा संभव
हिंदू हृदय सम्राट और सुप्रसिद्ध कथा वाचक शांति दूत परम पूज्य ठाकुर देवकीनंदन जी के आवाहन पर सनातन धर्म की एकता और उसकी पहचान को मजबूती देने के उद्देश्य से 16 नवंबर को दिल्ली में आयोजित धर्म संसद में भाग लेने के लिए देशभर से हजारों भक्तों ने एकत्रित होने का निर्णय लिया। इस धर्म संसद का मुख्य उद्देश्य सनातन बोर्ड की स्थापना था, जो सनातन धर्म को एक मजबूत और प्रभावी रूप में प्रस्तुत करने में सहायक होगा। इस ऐतिहासिक मौके पर सनातन धर्म के विभिन्न समुदायों से लाखों की संख्या में भक्तों का भाग लेना तय हुआ, जो अपने धर्म, संस्कृति और परंपराओं को सर्वोच्च मानते हुए इस पवित्र मिशन का हिस्सा बने।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर समाजसेवी श्री अंशु गुप्ता जी, जो आर के जी अभिनंदन परिवार से जुड़े हैं, उन्होंने धर्म प्रेमियों की सुविधा के लिए निशुल्क बस सेवा की व्यवस्था कराई, ताकि अधिक से अधिक लोग इस धर्म संसद में पहुंच सकें। इस सेवा का उद्देश्य था कि कोई भी भक्त बिना किसी आर्थिक कठिनाई के इस धार्मिक महासभा में सम्मिलित हो सके। परिणामस्वरूप, सैकड़ों सनातनियों ने बढ़-चढ़कर इस यात्रा में भाग लिया और एकजुट होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस विशाल यात्रा के दौरान, प्रत्येक भक्त का चेहरा खुशी और श्रद्धा से भरा हुआ था, क्योंकि वे एक ऐतिहासिक बदलाव का हिस्सा बनने जा रहे थे।
महाराज जी द्वारा चलाए गए “सनातन बोर्ड बनाओ अभियान” के तहत इस यात्रा ने सनातन धर्म के अनुयायियों की एकजुटता और सामूहिक शक्ति का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। यह अभियान न केवल सनातन धर्म की प्रतिष्ठा और पहचान को पुनः स्थापित करने का प्रयास है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जब धर्म के प्रति निष्ठा और विश्वास का संकल्प लिया जाता है, तो लाखों लोग एकत्र होकर समाज के कल्याण के लिए सामूहिक कार्य में जुट सकते हैं। यह धर्म संसद एक ऐसी मिसाल बनेगी, जहां से सनातन धर्म के पक्ष में एक नई दिशा का उद्घाटन होगा।