उन्नाव। यूपी बोर्ड परीक्षा से संबंधित विषयों के प्रश्नों को हल करने के लिए स्कूलों में कॉल सेंटर बनाने की तैयारी है। विभिन्न विषयों की परीक्षा में छात्रों को परेशानी न हो इसके लिए शासन से विषयवार शिक्षकों के नाम, मोबाइल नंबर और बातचीत का समय निर्धारित करने का आदेश दिया है। डीआईओएस ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों से शेड्यूल मांगा है।
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू हो रही हैं। परीक्षा के लिए जिले में 112 केंद्र भी निर्धारित कर दिए गए हैं। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में इस बार 72,332 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को स्कूल बंद होने के बाद किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए माध्यमिक शिक्षा सचिव ने स्कूलों में कॉल सेंटर बनाने के निर्देश दिए हैं। डीआईओएस एसपी सिंह ने बताया कि गणित, अंग्रेजी, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के साथ संस्कृत ऐसे विषय होते हैं, जिसमें छात्रों को तैयारी करने में दिक्कत आती है।
छात्रों के पेपर अच्छे हों और वह अधिक से अधिक अंक हासिल कर सकें, इसलिए किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। प्रधानाचार्यों से विषयवार शिक्षकों के नाम, मोबाइल नंबर और किस समय वह छात्रों से बात कर पाएंगे, इसके लिए समय का निर्धारण कर चार्ट मांगा गया है। सभी स्कूलों से चार्ट आने के बाद छात्रों की छुट्टी होने के बाद से इसे लागू कर दिया जाएगा।