उन्नाव/गंजमुरादाबाद। आखिरकार कल्याणी नदी के जीर्णोद्धार का काम शुरू हो गया। गंजमुरादाबाद के बहलोलपुर में नदी से जुड़े बबुरी तालाब की सफाई व खुदाई कार्य को शुरू कराने के लिए डीएम गौरांग राठी ने मंगलवार को भूमि पूजन किया। पहले चरण में 31 मार्च तक 35 तालाबों और 15 किमी लंबे नालों की सफाई होगी। इस काम पर 8.29 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
कल्याणी नदी को पुराने स्वरूप में लाने के लिए तीन स्तर पर काम कराने की योजना तैयार की गई है। डीएम ने बताया कि कल्याणी नदी की धारा दशकों पूर्व कल-कल बहती थीं। अब उसे पुराने स्वरूप में लाने की कवायद शुरू की गई है। नदी के जीर्णोद्धार के लिए पहले इससे जुड़े बबुरी तालाब की सफाई व खुदाई कराई जाएगी। इससे बारिश के समय यदि नदी उफनाएगी तो उसका पानी नालों के माध्यम से तालाब में पहुंचाया जा सकेगा। साथ ही इससे नदी में भी पानी पहुंचाने में मदद मिलेगी।
कहा कि भूगर्भ जल बढ़ेगा तो सिंचाई आदि की जरूरत भी पूरी होगी। यही नहीं बाढ़ की स्थिति में नदी के जीवंत होने से पानी आसानी से निकल जाएगा। उन्होंने नदी के पुनरुद्धार के लिए क्षेत्रीय लोगों से सहयोग करने की अपील की। उन्होंने नदी के जीर्णोद्धार कार्य में आगे बढ़कर हिस्सा लेने वाले जल प्रहरी सुहैल खां को कैप पहनाकर सम्मानित किया।
डीएम ने मनरेगा में 100 दिन कार्य व कैटल शेड पाने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। मोमबत्ती बनाने के लिए बालाजी स्वयं सहायता समूह और भीमराव आंबेडकर रोजगार प्रोत्साहन राशि के तहत लोन पाने वाले लाभार्थी को भी प्रशस्ति पत्र एवं प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री आवास की एक, एक महिला लाभार्थी को प्रतीकात्मक चाबी प्रदान की।
नमामी गंगे योजना से काम कराने के लिए 25 करोड़ का प्रस्ताव भेजा
भूमि पूजन में शामिल रहे सीडीओ प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि पहले चरण में मनरेगा से तैयार किए गए 8.29 करोड़ के कच्चे काम कराए जाने हैं। इसमें नदी से जुड़े तालाबों व नालों की सफाई के साथ किनारों पर पौधरोपण कराया जाना शामिल है। इसके लिए कल्याणी नदी के प्रवेश स्थल बहलोलपुर को चुना गया है। बताया कि मनरेगा में पैसे की कमी नहीं है। इसलिए मजदूरों से जो काम कराए जा सकते हैं, उनकी शुरुआत कराई जा रही है। पहले तालाब व नालों की सफाई कराने के पीछे का उद्देश्य यह है कि जब भी गर्मी के समय नदी के सूखने की स्थिति बने तो तालाबों व नालों के माध्यम से उनमें पानी पहुंचाया जा सके। बताया कि मार्च तक यह काम पूरे करा लिए जाएंगे। इसके बाद मशीनों से नदी की खोदाई कराई जाएगी। इसके लिए शासन के माध्यम से नमामि गंगे योजना से काम कराने के लिए करीब 25 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। मनरेगा कार्य पूर्ण होने से पहले नदी खोदाई के लिए बजट मिलने की उम्मीद है।
यह होंगे काम
- पहले चरण में 6.69 करोड़ से नदी के किनारे स्थित 35 तालाबों व 15 किलोमीटर नालों की होगी सफाई।
- दूसरे चरण में नदी किनारे 1.6 करोड़ से 50 हजार से अधिक पौधे रोपित किए जाएंगे।
– तीसरे चरण में 25 करोड़ से नदी की सफाई कराई जाएगी, खोदाई से करीब नौ लाख क्यूबिक सिल्ट निकाली जाएगी।
कल्याणी नदी एक नजर में
- हरदोई के माधौगंज से निकलने वाली गंगा की प्रमुख सहायक नदियों में एक।
- गंजमुरादाबाद, बांगरमऊ, फतेहपुर चौरासी, सफीपुर व सिकंदरपुर सरोसी ब्लाॅक के लगभग 32 गांवों प्रवाह स्थल में शामिल।
- नदी की जिले में कुल लंबाई 68 किलोमीटर, करीब 11 गांवों में नदी की जमीन पर मिला अतिक्रमण, हो रही है खेती।
यह भी रहे मौजूद
मनरेगा उपायुक्त मुनेश चंद्रा, एसडीएम बांगरमऊ नम्रता सिंह, बीडीओ निशा सागर विश्वकर्मा, सचिव ज्योत्सना त्रिपाठी, ग्राम प्रधान आकिला खान व प्रतिनिधि महफूज रजा आदि।