
सफीपुर। संपूर्ण तहसील समाधान दिवस में चकबंदी कर्मचारी की हरकत सुनकर डीएम भी चौंक गए। ग्रामीणों ने बताया कि चकबंदी कराने के पक्ष में विभागीय कर्मचारी ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर लिए। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की
देवगांव निवासी दुलीचंद्र व संजय ने डीएम गौरांग राठी को शिकायती पत्र दिया। बताया कि वह लोग काम धंधे के सिलसिले में गांव के बाहर रहते हैं। इसके बाद भी गांव में चकबंदी कराने के लिए एक विभागीय कर्मचारी ने उन लोगों के फर्जी हस्ताक्षर कर लिए। जबकि वह लोग चकबंदी के पक्ष में नहीं हैं। डीएम ने जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए
गांव जमरुद्दीनपुर निवासी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधान व लेखपाल ने साठगांठ कर बिना किसी को सूचना दिए खलिहान की भूमि पर राशन दुकान का निर्माण शुरू करा दिया, जबकि इसकी स्वीकृति तक नहीं ली गई। सकहन मुसलमानान निवासी अनीस अहमद ने बताया कि फर्जी अभिलेख पर नगर पंचायत में नौकरी करने वाले सफाई नायक के विरुद्ध धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज है। इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है। नैनीखेड़ा निवासी वृद्धा जगरानी ने कहा कि पति की 25 वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। उसके बेटे उसे न खाना देते हैं और न ही इलाज कराते हैं। बहू मारती है। अब घर से भी निकालने की धमकी देती है।
कांटा गुलजारपुर निवासी तपेश्वरी देवी ने चकबंदी कर्मचारियों पर आरोप लगाया कि उनकी पेसारी गांव में भूमि है। चकबंदी से पूर्व वह खेती करती थी। चकबंदी के बाद उन्हें कब्जा ही नहीं दिया गया। इस दौरान कुल 75 शिकायती पत्र पहुंचे, जिनमें से दो का मौके पर निस्तारण किया गया। यहां पर डीएम ने शिक्षा विभाग की ओर से लगाए गए स्टाल पर छात्राओं की पेंटिंग देख बच्चियों का उत्साह बढ़ाया।
बाल विकास विभाग की स्टाल पर भी गुझिया का स्वाद चखा। वहीं, डीएम ने समाधान दिवस में आने वाले फरियादियों के लिए निशुल्क पत्र लिखने का काउंटर लगवाया। तहसील में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर एसपी दीपक भूकर, एसडीएम नवीन चंद्र, सीओ मायाराय, जिला प्रोबेशन अधिकारी क्षमानाथ राय, जिला कृषि अधिकारी शशांक चौधरी आदि मौजूद रहे।
निस्तारण के लिए इंतजार
पुरवा। एसडीएम उदित नारायण सेंगर, सीओ अजय कुमार सिंह व तहसीलदार साक्षी राय के पास 12 शिकायतें आईं। मौके पर तीन मामलों का निस्तारण किया गया। वहीं, हसनगंज में एडीएम (वित्त राजस्व) सुशील कुमार गोंड के पास 51 प्रार्थनापत्र पहुंचे। निस्तारण शून्य रहा। एसडीएम रामदेव निषाद, बीडीओ अनिल कुमार सिंह, मियागंज सीएचसी प्रभारी डॉ. नितिन श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। (संवाद)