उन्नाव। जिला अस्पताल में चार दिन से प्लास्टर चढ़ाने के लिए रुई, पट्टी और पाउडर आदि नहीं है। मरीजों को अगले दिन आने की बात कहकर लौटाया जा रहा है। सीएमएस ने सोमवार तक सामग्री उपलब्ध होने की उम्मीद जताई है।
जिला अस्पताल स्थित ट्राॅमा सेंटर में रोजाना हड्डी रोग से संबंधित औसतन 250 मरीज पहुंचते हैं। इनमें टूटी हड्डी वाले मरीजों को डॉक्टर प्लास्टर लगवाने की सलाह देते हैं। नौ अप्रैल को प्लास्टर की सामग्री और रूई खत्म हो गई थी। वहीं, स्वास्थ्य कर्मियों के अनुसार, सामग्री खत्म होने की सूचना तीन दिन पहले ही दे दी गई थी, लेकिन सामान उपलब्ध नहीं हुआ। अब तो भर्ती मरीजों के भी प्लास्टर नहीं चढ़ पा रहे। ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों को डॉक्टर गर्म पट्टी बांधने की सलाह दे रहे हैं। अधिक फ्रैक्चर वाले मरीजों को तत्काल प्लास्टर की जरूरत होती है।
मरीजों की बात—————–
अलगनगढ़ की विजय शांति ने बताया कि उनकी नौ साल की बेटी नैना को खेलने के दौरान चोट लग गई थी। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने जब एक्सरे कराया तो उसमें फ्रैक्चर निकला। इस पर डॉक्टर ने प्लास्टर कराने की सलाह दी। अस्पताल के लगातार चक्कर काट रहे हैं लेकिन अभी तक प्लास्टर नहीं हो पाया।
नेहरू बाग की फूलमती ने बताया कि घर में फिसलकर गिर गईं थीं। इससे दाहिने हाथ में फ्रैक्चर हो गया है। डाॅक्टर ने पहले कच्चा और उसके बाद पक्का प्लास्टर कराने की सलाह दी है। अभी तक कच्चा प्लास्टर ही नहीं लग पाया तो पक्का कब लग पाएगा। कर्मी अगले दिन आने की बात कहकर लौटा रहे हैं।
बोले सीएमएस
गंभीर मरीजों का प्लास्टर किसी तरह कराया जा रहा है। मांगपत्र भेजने के बाद उच्चाधिकारियों से बात भी की गई है। प्रयास लगातार किया जा रहा है कि सोमवार को सामग्री उपलब्ध हो जाए।
– डॉ. आरए मिर्जा, सीएमएस जिला अस्पताल