
सफीपुर। बांगरमऊ-लखनऊ मार्ग के किनारे बात कर रही महिला और उसकी छोटी बहन की सास को तेज रफ्तार वैन टक्कर मारते हुए पलट गई। हादसे में दोनों की मौत हो गई। दोपहर करीब 12 बजे हुए हादसे के बाद वैन चालक भाग निकला। मृतका के पति ने पुलिस को तहरीर दी है।
सदर कोतवाली के कासिमनगर मोहल्ला निवासी निजाम की पत्नी यासमीन (25) रविवार को देवर मुन्ना के साथ बाइक से अपने चार माह के बेटे मो. सिफान की दवा लेने आसीवन क्षेत्र के गहरूबाग गांव गई थीं। लौटते समय बांगरमऊ-लखनऊ मार्ग पर आसीवन थानाक्षेत्र के गांव कुल्हा पुलिया के पास यासमीन को उसकी छोटी बहन चांदनी की सास आसीवन के मुशीराबाद निवासी खैरुन (55) पत्नी जमील मिल गईं। मुन्ना ने बाइक रोकी और यासमीन व खैरुन आपस में बात करने लगीं। मुन्ना बच्चे के साथ बाइक पर बैठा रहा।
इसी दौरान लखनऊ की ओर से आ रही तेज रफ्तार वैन ने दोनों महिलाओं को टक्कर मार दी और आगे जाकर पलट गई। मुन्नाव ने दोनों को मियागंज सीएचसी पहुंचाया। डॉक्टर ने यासमीन को मृत घोषित कर दिया। खैरुन की हालत गंभीर देखकर जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उनकी भी मौत हो गई। मुन्ना ने बताया कि भाभी की तीन बेटियां सिमरन, नरगिस, हुमैरा और चार माह का बेटा है। मृतका के पति निजाम ने वैन चालक के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने वैन को कब्जे में लिया है।
दो परिवारों की छिनी खुशियां
सफीपुर। वैन चालक की लापरवाही से दो परिवारों की खुशियां उजड़ गईं। दोनों घरों में चीख-पुकार मच गई। चांदनी को बड़ी बहन और सास की मौत का पता चला तो वह बदहवास हो गई। वहीं, मां के आने का इंतजार कर रहीं तीनों बच्चियाें का भी हाल खराब है। मुन्ना स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों से यही कहता रहा कि भाभी जिंदा हैं, कह दो एक बार बात करें। उसकी गोद में बच्चे को जिसने भी देखा उसकी आंखों से आंसू छलक आए। जो बच्चियां मां के आने का इंतजार कर रही थीं उन्हें अब अंतिम बार मां को सिर्फ देखने को मिलेगा, अब वह कभी अपनी बात मां से नहीं कह पाएंगी। (संवाद)