
फोटो-17- मृतक के परिजनों को समझाते दही थाना प्रभारी अवनीश कुमार सिंह व अन्य। संवाद
उन्नाव। गंगा की बाढ़ और विकराल हो गई। 24 घंटे में दो सेमी. पानी बढ़ने से जलस्तर 113.230 मीटर पर पहुंच गया। अभी भी गंगा खतरे के निशान से 23 सेमी ऊपर बह रही हैं। बाढ़ के चलते परियर बिठूर मार्ग पर आवागमन रोक दिया गया है। बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों को रोकने के लिए पुलिस तैनात कर दी गई है। उधर, घरों में पानी भर जाने से गांवों से ग्रामीण पलायन कर रहे हैं।
बाढ़ में फंसे बच्चे ने पेड़ पर चढ़कर बचाई जान
अचलगंज। कोलुहगाड़ा के मजरा मझरा निवासी पुत्तू लोधी का दस वर्षीय बेटा आयुष मंगलवार शाम को खेलते समय अचानक बाढ़ प्रभावित इलाके में पहुंच गया। अंधेरा होने व पानी अधिक होने के कारण वापस नहीं आ पाया। परिजन उसे खोजते रहे। जब पता नहीं लगा तो पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से नाव द्वारा खोजबीन शुरू की। रात लगभग नौ बजे लोगों की बातचीत सुनकर पानी से घिरे एक पेड़ पर बैठे आयुष ने आवाज लगाई। पास पहुंचे लोगों व पुलिस ने उसे पेड़ से उतार कर परिजनों को सौंपा। बच्चे की सकुशल वापसी पर मां कौशल्या व पिता पुत्तू सिंह समेत ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उधर, क्षेत्र के कटरी के गांवों में लगातार बाढ़ का पानी बढ़ रहा है। नगर पंचायत के वार्ड संख्या-12 मौकुवाखेड़ा का स्मारक मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से गांव के आसपास व गलियों में पानी भर गया। ईओ शालिनी त्रिपाठी व अध्यक्ष प्रतिनिधि राजीव वर्मा ने मौके पर जाकर जेसीबी से गांव के किनारे बांध लगवाया। इससे लोगों को फौरी तौर पर राहत मिली है। हालांकि आशंका है कि यदि उसी रफ्तार से जलस्तर बढ़ता रहा तो बांध भी नहीं झेल पाएगा।
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ग्रामीणों ने तिरपाल तान बनाया अस्थायी आसरा
परियर। पनपथा के ग्रामीणों ने बाढ़ चौकी प्राथमिक विद्यालय मरौंदा और बाबू बंगला, माना बंगला के लोगों ने बाढ़ चौकी जानकीकुंड, कोलवा, टपरा, महानंदपुरवा, बेनीपुरवा के बांध पर तिरपाल लगाकर आसरा बना लिया है। पनपथा, देवीपुरवा, बंदनपुरवा सहित कई गांवों के आधे से ज्यादा लोग अभी गांव में ही रुके हैं। ये नावों से आवागमन कर रहे हैं। पंचायत सचिव विनय त्रिपाठी व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुरेश वर्मा ने बाढ़ प्रभावित स्थलों पर साफ सफाई व मच्छरों से बचाव के लिए दवा का छिड़काव करवाया। लेखपाल प्रदीप कमल ने बताया कि राहत सामग्री गुरुवार को दोबारा बांटी जाएगी। क्षेत्र में नाव लगी हैं।
पानी भरने से नौ विद्यालय बंद, शिक्षक दूसरे स्कूलों में संबद्ध
सफीपुर। गंगा और कल्याणी की बाढ़ से रामपुर, हमजापुर, नीबीगाड़ा, उडंकपुरवा, लोनारी, सहित 12 गांवों में पानी के घरों में पानी भर गया है। नौ परिषदीय स्कूलों में पानी भर जाने के कारण बच्चों की छुट्टी कर शिक्षकों को दूसरे विद्यालयों में शिफ्ट कर दिया गया है। कटरी क्षेत्र की फसलें डूबने से सड़ गई हैं। हमजापुर से सनहा-गहोली मार्ग पर भरे पानी से सुरक्षित स्थान पर जा रही महिला के पैर में सांप लिपट गया। महिला के झटका देने से सांप पानी बह गया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बिजली सप्लाई बंद कर देने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जमलानागर गैर एहतमाली निवासी फरीद व शीबू अहमद ने बाढ़ पीड़ितों के लिए खाने की व्यवस्था कराई। तहसील प्रशासन ने 300 लंच पैकेट वितरित कराए।
पानी में तैरते मिले लंच पैकेट
गंजमुरादाबाद। बाढ़ का दंश झेल रहे पीड़ितों को पहुंचाई जाने वाली खाद्य सामग्री क्षेत्रीय कर्मियों की लापरवाही से झाड़ियों और पानी में फेंकी जा रही है। बाढ़ पीड़ितों को बांटने के लिए तहसील स्तर से भिखारीपुर पतसिया गांव भेजे गए भोजन के लंच पैकेट पानी में तैरते मिले। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बताया जाता है कि तहसील कर्मियों ने खास चहेते को बोरियों में भरकर लंच पैकेट एक साथ दे दिए। उसने मंगलवार की शाम वितरण न कराकर सारे लंच पैकेट एक स्थान पर रख दिए।
बुधवार की सुबह बोरियों को उठाकर गांव से बाहर मुख्य सड़क किनारे भरे बाढ़ के पानी में फेंक दिए। हालांकि अमर उजाला वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। बीडीओ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि वीडियो में दिखाई दे रहे पानी में तैरते लंच पैकेट तहसील प्रशासन से भेजे गए हैं। वितरण की जिम्मेदारी किसे दी गई थी, इसकी जांच कराएंगे।

फोटो-17- मृतक के परिजनों को समझाते दही थाना प्रभारी अवनीश कुमार सिंह व अन्य। संवाद

फोटो-17- मृतक के परिजनों को समझाते दही थाना प्रभारी अवनीश कुमार सिंह व अन्य। संवाद

फोटो-17- मृतक के परिजनों को समझाते दही थाना प्रभारी अवनीश कुमार सिंह व अन्य। संवाद

फोटो-17- मृतक के परिजनों को समझाते दही थाना प्रभारी अवनीश कुमार सिंह व अन्य। संवाद