
फोटो-10- करन सिंह (फाइल फोटो) स्रोत: परिजन – फोटो : katra news
औरास (उन्नाव)। बाजार की जमीन पर कब्जे के विवाद में मर्दनखेड़ा गांव में रविवार की रात पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य को पीटकर मरणासन्न कर दिया। परिजन उन्हें सीएचसी ले गए। जहां उनकी मौत हो गई। बेटे ने पूर्व प्रधान और बेटे सहित चार लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर की हड्डी टूटने और फेफड़ा फटने से मौत की बात कही गई है। सिर से पैर तक नौ गंभीर चोटें मिली हैं।
औरास थानाक्षेत्र के मर्दनखेड़ा गांव निवासी करन सिंह यादव (45) पूर्व क्षेत्र पंचायत (बीडीसी) सदस्य थे। बेटे शुभम सिंह ने बताया कि पिता गांव में ही ग्राम समाज की जमीन पर साप्ताहिक बाजार लगवाते थे। जमीन के कुछ हिस्से में दुकानें बनी हैं जबकि, करीब दो बिस्वा जमीन खाली पड़ी है। शुभम का आरोप है कि डल्लूखेड़ा निवासी पूर्व प्रधान बीरेंद्र कुमार इसी जमीन पर कब्जा कर दुकानें बनवाना चाहते थे जिसका करन विरोध कर रहे थे। पूर्व प्रधान बीरेंद्र कुमार यादव अपने बेटे अमित, परिवार के सर्वेश और पप्पू के साथ मिलकर पिता से आए दिन विवाद करते और जान से मारने की धमकी देते थे।
पांच अक्तूबर की शाम करीब 5:30 बजे करन मोबाइल ठीक कराने गांव से 600 मीटर दूर देवतारा गांव के सत्येंद्र की दुकान पर गए थे। जानकारी होने पर पूर्व प्रधान अपने बेटे और अन्य लोगों को लेकर वहां पहुंच गए। इन लोगों ने पिता के साथ गाली-गलौज की। विरोध करने पर पिता को लाठी-डंडों, सरिया और कट्टे की बट से पीट दिया। उन्हें लहूलुहान हालत में छोड़कर यह सभी भाग गए।
पिता करन की यह हालत देखकर गांव के ही संदीप ने उन्हें सूचना दी। इस पर चाचा रामसिंह और पारिवारिक चाचा विनोद बाइक से घटनास्थल पर पहुंचे और करन को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। हालत गंभीर देख डॉक्टर ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर रहे थे, तभी पिता ने दम तोड़ दिया।घटना की सूचना पर एएसपी दक्षिणी प्रेमचंद्र, सीओ बांगरमऊ संतोष सिंह, फोर्स के साथ पहुंचे और जांच की। फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं।
बेटा बता रहा अलग-अलग कारण
एसओ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने हत्यारोपियों में पप्पू को गिरफ्तार कर लिया है। बेटे की तहरीर पर हत्या, मारपीट सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि हत्या करने का सही कारण पता नहीं चला है। बेटे ने पहले बाजार की वसूली को लेकर विवाद, बाद में जमीन की रंजिश और फिर होली पर विवाद होने की बात बताई है। होली का जब विवाद हुआ था तब उसकी सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी। पप्पू से पूछताछ चल रही है।
परिजनों से मिले पूर्व राज्यमंत्री, बंधाया ढांढ़स
तीन दिन पहले भी हुआ था विवाद और मारपीट
जमीन के विवाद को लेकर तीन अक्तूबर को भी दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। अगर उसी समय किसी ने पुलिस को सूचना दी होती तो शायद घटना न होती। शव घर पहुंचने के बाद पूर्व राज्यमंत्री सुधीर रावत ने परिजनों को ढांढ़स बंधाया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
करन सिंह के भतीजे मनोज ने बताया कि चार अक्तूबर को दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद मारपीट हुई थी, तब भी पूर्व प्रधान ने बेटे अमित और समर्थकों के साथ करन को पीटा था लेकिन दोनों पक्षों में किसी ने तहरीर नहीं दी थी। अगर उसी समय पुलिस से शिकायत की होती तो शायद यह घटना न होती। घटना के बाद हत्यारोपियों के घर में ताला लटक रहा है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। उनके घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। शव घर पहुंचने के बाद पूर्व राज्यमंत्री सुधीर रावत ने मृतक की पत्नी गीता, बेटे शुभम, अभय और बेटी सारिका से मिलकर ढांढ़स बंधाया। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वसन भी दिया।
पहले साथ थे दोनों पक्ष, बाद में जमीन को लेकर हुए विरोधी
भतीजे मनोज ने बताया कि करन सिंह साल 2000 से 2005 तक क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे। तब से मार्च 2025 तक पूर्व प्रधान बीरेंद्र कुमार यादव और करन साथ रहते थे। मार्च से करन सिंह यादव का मौजूद प्रधान कन्हैलाल की ओर अधिक झुकाव होने और बाजार की जमीन में हिस्सा न देने से दोनों में दुश्मनी हो गई। उसके बाद से आए दिन विवाद, मारपीट होने लगी। पहले संबंध अच्छे होने के कारण पुलिस से शिकायत नहीं की। इससे आरोपियों के हौसले और बुलंद हो गए और उन्होंने हत्या जैसी घटना को अंजाम दे दिया।

फोटो-10- करन सिंह (फाइल फोटो) स्रोत: परिजन- फोटो : katra news

फोटो-10- करन सिंह (फाइल फोटो) स्रोत: परिजन- फोटो : katra news