Kanpur Dehat News: कानपुर देहात में पुलिस ने खुलासा किया है कि मां ममता ने अपने प्रेम-प्रसंग में बाधा बन रहे बेटे की हत्या बीमा क्लेम के लालच में प्रेमी और उसके भाई से करवाई थी। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दोनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि हत्यारी मां फरार है।

मृतक प्रदीप की फाइल फोटो और पुलिस हिरासत में आरोपी मंयक उर्फ ईशू –
कानपुर देहात में एक मां ने प्रेम-प्रसंग में बाधा बन रहे बेटे की हत्या करा दी। मां ने पहले प्रेमी व उसके भाई से बेटे के नाम पर 40 लाख की चार बीमा पॉलिसी करवाईं और बाद में प्रेमी व उसके भाई से 26 अक्तूबर को बेटे की हत्या करवा दी। बीमा क्लेम करने के लिए हत्या को हादसा दर्शाने के लिए शव भी हाईवे किराने फिकवा दिया। पुलिस ने बुधवार को हत्या का खुलासा करते हुए दोनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं, फरार मां की खोज में दबिश दे रही है। कानपुर-इटावा हाईवे पर डेरापुर थाना क्षेत्र के बलहरामऊ के पास 27 अक्तूबर की सुबह अंगदपुर निवासी प्रदीप (23) का शव खून से लथपथ मिला था। वह आंद्रप्रदेश में रहकर नौकरी करता था और दिवाली पर घर आया था। इस मामले में प्रदीप के बाबा जगदीश नायारण ने पौत्र की हत्या किए जाने का आरोप लगाया था। वहीं ग्रामीणों ने थाने में हंगामा किया था।
आरोपियों की तलाश में जुटी थी पुलिस
इस घटना के बाद पुलिस ने गांव के ऋषि कटियार व उसके भाई मयंक उर्फ ईशू पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस घटना के खुलासे के लिए छानबीन के साथ आरोपियों की तलाश में जुटी थी। एएसपी राजेश पांडेय ने बताया कि मंगलवार रात को बरौर थानाध्यक्ष अमिता वर्मा ने टीम के साथ कुटरा मोड़ के पास अंगदपुर निवासी कार सवार ऋषि कटियार को घेर लिया। इसी बीच कार गड्ढे में फंस गई।
कार, तमंचा और दो खोखा बरामद
आरोपी ने कार से उतरकर भागने के प्रयास में पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में आरोपी के दाहिने पैर में गोली लग गई। इस पर वह पकड़ में आ गया। बताया कि उसके पास से प्रदीप की हत्या करने में प्रयुक्त हुई कार व तमंचा और दो खोखा बरामद हुए हैं। घायल का सीएचसी बरौर में इलाज करवाया गया है। इधर बुधवार शाम छह बजे के करीब रायरामापुर से हत्यारोपी मयंक उर्फ ईशू को गिरफ्तार किया गया है।
बीमा क्लेम के रुपये भी कमाने की योजना बनाई
पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयुक्त हथौड़ी बरामद की है। पूछताछ में मयंक ने बताया कि प्रदीप उर्फ सुक्खा के पिता संदीप कुमार की मौत के बाद उसकी मां ममता से उसके संबंध हो गए थे। इसकी जानकारी प्रदीप को हो जाने पर वह विरोध करने लगा। इस पर उन लोगों ने प्रदीप को रास्ते से हटाने व फंसने से बचने के लिए हत्या को हादसा बनाने और बीमा क्लेम के रुपये भी कमाने की योजना बनाई।
हथौड़ी मारकर की थी हत्या
योजना के तहत कुछ ही समय में प्रदीप की कई पॉलिसी भी करवाईं। 26 अक्तूबर की शाम सात बजे वह और ऋषि कार से प्रदीप को होटल पर खाना खिलाने के बहाने साथ ले गए। रास्ते में प्रदीप की हथौड़ी मारकर हत्या कर शव कानपुर-इटावा हाईवे पर बलहरामऊ के पास फेंक दिया। जिससे हत्या, हादसा प्रतीत हो और बीमा क्लेम की धनराशि वह आपस में बांट लें। बाद में उन्हें पता चला कि प्रदीप के बाबा जगदीश नारायण ने उन भाइयों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी। इससे वह छिपते हुए घूम रहे थे।
बीमा क्लेम की धनराशि पाने के लिए मां ने ही अपने प्रेमी व उसके भाई संग मिलकर बेटे की हत्या करवाई है। मंगलवार रात को मुठभेड़ में हत्यारोपी ऋषि को गिरफ्तार किया गया है। वह गोली लगने से घायल हुआ है। उसके खिलाफ पूर्व में चोरी व गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि बुधवार शाम को प्रेमी मयंक को भी गिरफ्तार किया गया है। फरार चल रही मां की तलाश की जा रही है। -राजेश पांडेय, एएसपी