उन्नाव। कभी बारिश तो कभी उमस भरी गर्मी से संक्रामक रोगों का हमला तेज है। इस समय बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा बीमार हो रहे हैं। डयारिया, बुखार, जुकाम के मरीज बढ़े हैं। जिला अस्पताल में बेड फुल हैं। सात दिन में डायरिया पीड़ित 56 बच्चों को भर्ती कराया गया है।
कभी तेज धूप तो कभी मौसम में नमी से संक्रामक रोगियों की संख्या बढ़ी है। सबसे ज्यादा रोगी डायरिया और बुखार के आ रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत बच्चों को हो रही है। जिला अस्पताल की ओपीडी में बाल रोग विशेषज्ञ के पास रोजाना औसतन 300 बच्चे पहुंच रहे हैं। वहीं, बीते सात दिन में 56 बच्चों को भर्ती किया गया।
चिकित्सकों का कहना है कि संक्रमण बढ़ने और दूषित खानपान और पानी की कमी वजह है। बच्चे डायरिया और डिहाइड्रेशन की चपेट में आ रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. बृजकुमार ने बताया मौजूदा समय में सफाई और ताजा भोजन करना जरूरी है। साफ पानी पीयें। बच्चों की दूध की बोतल खौलते पानी में डालकर साफ करें। फास्ट फूड, बाजार में बिक रहे कटे फलों का सेवन न करें।
डायरिया के लक्षण
अत्यधिक मतली आना, पेट में दर्द और सूजन होना, (पतला मल आना, शरीर में पानी की कमी होना, बार-बार बुखार आना, मल के साथ खून आना, बदहजमी की शिकायत होना, भूख में कमी।
बचाव के उपाय
– शुद्ध साफ पानी पीयें, ताजा और अच्छी तरह पका खाना खाएं, चाय, कॉफी, सोडा, चॉकलेट आदि के सेवन से बचें, बार-बार हाथ धोएं और साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।