उन्नाव। बिजनेस प्लान के तीसरे फेज के लिए 836 काम चिह्नित किए गए हैं। ये काम अभी किसी अन्य योजना में शामिल नहीं किए गए हैं। इन कामों में 386 ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि व 15.1 किलोमीटर लंबी लाइनों को बदलना शामिल है। 38 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
जनपद की विद्युत वितरण व्यवस्था पांच खंडों से संचालित होती है। विभाग ने शहर, पुरवा, हसनगंज, बांगरमऊ व गोकुलबाबा में कार्यालय खोल रखे हैं। इन पांचों खंडों में करीब पांच लाख उपभोक्ता हैं। इन उपभोक्ताओं में घरेलू, कामर्शियल, ट्यूबवेल व औद्योगिक क्षेत्र शामिल है। जनपद में बिजली सुधार के लिए एक तरफ केंद्र सरकार द्वारा रीवैंप (रुरल इकोनामिक वैल्यू एडेड मॉनीटरिंग प्रोग्राम) चलाई जा रही है। 2022 में योजना के लिए सर्वे हुआ था। इसमें प्रस्ताव तैयार किए गए थे।
इसके बाद भी काफी कार्य छूट गए थे। जिसे कराने के लिए प्रदेश सरकार ने बिजनेस प्लान योजना शुरू की। योजना के तहत बिजली विभाग ने 2023-24 के लिए सर्वे के माध्यम से 836 ऐसे कार्य चयनित किए जो किसी योजना में शामिल नहीं रहे। इनमें शहर के नवविकसित मोहल्लों शिवनगर, कब्बाखेड़ा, किशोरीखेड़ा, शेखपुर नरी, अब्बासबाग, अकरमपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कराए जाने वाले कामों की सूची तैयार कराई। इन कार्यों को कराने के लिए 38 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया गया। अधीक्षण अभियंता एसके चौधरी ने बताया कि प्रस्ताव लखनऊ मुख्यालय भेजा जा रहा है। जैसे ही अनुमति मिलेगी, वैसे ही कार्य शुरू कराए जाएंगे।
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दो चरणों के काम के लिए मिल चुके 37 करोड़
बिजनेस प्लान के पूर्व में दो फेज पूरे हो चुके हैं। वर्ष 2022-23 के लिए विद्युत वितरण खंड उन्नाव ने बिजनेस प्लान के तहत आपूर्ति सुधार के लिए कराए जाने वाले 819 कार्यों के प्रस्ताव भेजे थे। इनमें करीब 37 करोड़ के कार्य शामिल किए गए थे। शासन ने पहले चरण में बिजनेस प्लान के तहत नवंबर 2023 में 20 करोड़ जारी किए थे। दूसरे चरण में अतिरिक्त बिजनेस प्लान में मार्च 2024 में 17 करोड़ की धनराशि मिली थी। इस बजट से लगभग 840 कार्य शुरू कराए गए थे। जिसमें पांच सौ से अधिक कार्य पूरे होने के दावे किए जा रहे हैं।
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बिजनेस प्लान के तीसरे फेज में यह होंगे प्रमुख कार्य
– सौ केवीए के 90 ट्रांसफार्मरों की 250 केवीए की क्षमता वृद्धि
– 63 केवीए के 97 ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि करके 100 केवीए किए जाएंगे
– 25 केवीए के 125 ट्रांसफार्मरों को 63 केवीए किया जाना
– 16 केवीए के 74 ट्रांसफार्मरों को 63 केवीए का किया जाना
– 11केवी की 3.8 किमी. लाइन को बदला जाएगा
– एलटी लाइन की 11.3 किमी. को भी बदला जाएगा