उन्नाव। शहर में जाम का कारण बन रहे ई-रिक्शा व ऑटो को निर्धारित रूटों पर ही चलाया जाएगा। पूर्व में तैयार रूट चार्ट को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी अब यातायात पुलिस ने संभाली है। कुल सात रूटों में प्रत्येक के लिए 700-800 वाहन निर्धारित किए जा रहे हैं।
आरटीओ कार्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक, 2150 ई-रिक्शा व ऑटो संचालित हैं। वर्तमान में यह सभी शहर के मुख्य मार्ग सब्जी मंडी से लेकर कोतवाल तिराहे तक ही फर्राटा भरते हैं। जगह-जगह रोककर सवारियां बैठाने से अक्सर जाम लगता है। पूर्व में नगर पालिका ने इन वाहनों के आवागमन के लिए रूट निर्धारित किया था। हालांकि पालिका प्रशासन इसका पालन नहीं करा सका था। जिसके बाद अब यातायात पुलिस ने इसकी कमान संभाली है।
इसके लिए वाहनों में पेंट से रूट नंबर अंकित कराए जा रहे हैं। चेतावनी दी जा रही है कि रूट नंबर हटाएंगे तो वाहन सीज कर दिया जाएगा। 1500 ई- रिक्शा और 500 ऑटो पर नंबर लिख दिए गए हैं। यातायात प्रभारी भवन सिंह मौर्य ने बताया कि शहर में संचालित सभी ऑटो और ई-रिक्शा का सत्यापन कर नंबर लिखकर पंजीकरण किया जा रहा है। इसके बाद तय रूट पर संचालन शुरू करा दिया जाएगा। रूट पर संचालन न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
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यह रूट हैं तय
– लखनऊ बाईपास से हरदोई आईबीपी चौराहा तक
– कब्बाखेड़ा से कचेहरी मार्ग तक
– गांधीनगर तिराहा से गदनखेड़ा बाईपास
– गांधीनगर तिराहा से शेखपुर नहर
– प्रकाश गेस्ट हाउस से कांशीराम कॉलोनी तक
– आईबीपी पेट्रोल पंप से छतुरिया कुआं
– छोटा चौराहा से लोकनगर और कब्बाखेड़ा तक