Chief Secretary of UP: 1988 बैच के आईएएस अफसर मनोज कुमार सिंह यूपी के मुख्य सचिव बनाए गए हैं। रविवार शाम को उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
1988 बैच के आईएएस अफसर मनोज कुमार सिंह यूपी के नए मुख्य सचिव बनाए गए हैं। उन्होंने शाम करीब चार बजे अपने कार्यालय में पदभार संभाल लिया है। उन्होंने रविवार शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि दुर्गा शंकर मिश्रा को एक बार और सेवा विस्तार मिल सकता है। कयास के उलट मनोज कुमार सिंह प्रदेश के मुख्य सचिव बने। मनोज कुमार सिंह मुख्य सचिव और दोनों रहेंगे।मनोज कुमार सिंह 1987 बैच के अरुण सिंघल, इसी बैच की लीना नंदन और 1988 बैच के रजनीश दुबे को सुपरसीड करके मुख्य सचिव बनाए गए हैं। अरुण सिंघल और लीना नंदन केंद्रीय नियुक्ति पर हैं, जबकि रजनीश दुबे राजस्व परिषद के अध्यक्ष हैं।
1988 बैच के आईएएस अफसर मनोज कुमार सिंह यूपी के नए मुख्य सचिव बनाए गए हैं। उन्होंने शाम करीब चार बजे अपने कार्यालय में पदभार संभाल लिया है। उन्होंने रविवार शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि दुर्गा शंकर मिश्रा को एक बार और सेवा विस्तार मिल सकता है। कयास के उलट मनोज कुमार सिंह प्रदेश के मुख्य सचिव बने। मनोज कुमार सिंह मुख्य सचिव और दोनों रहेंगे।
मनोज कुमार सिंह 1987 बैच के अरुण सिंघल, इसी बैच की लीना नंदन और 1988 बैच के रजनीश दुबे को सुपरसीड करके मुख्य सचिव बनाए गए हैं। अरुण सिंघल और लीना नंदन केंद्रीय नियुक्ति पर हैं, जबकि रजनीश दुबे राजस्व परिषद के अध्यक्ष हैं।
योगी के भरोसमंद अधिकारी में गिनती
मनोज कुमार सिंह 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफी भरोसेमंद माने जाते हैं। यही वजह है कि पिछले काफी समय से कृषि उत्पादन आयुक्त और अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा रहे थे। इससे पहले मनोज कुमार सिंह ललितपुर, गौतम बुद्ध नगर, पीलीभीत और मुरादाबाद के जिलाधिकारी रह चुके हैं। ग्राम विकास आयुक्त की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी उन्होंने निभाई। मुरादाबाद के मंडल आयुक्त भी रहे हैं। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, ग्राम्य विकास, पंचायती राज जैसे महत्वपूर्ण विभागों के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी भी उन्होंने बखूबी निभाई। वह भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रहे हैं।
कई अफसरों की थी दावेदारी
दुर्गा शंकर को सेवा विस्तार न मिलने की स्थिति में यूपी कॉडर के 1987, 1988 और 1989 बैच के कई अफसरों की दावेदारी बढ़ गई थी। इसमें सबसे पहला नाम कृषि उत्पादन आयुक्त और आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह का ही था। वह 1988 बैच के आईएएस अफसर हैं और उनके पास मौजूदा समय में कई अहम विभागों की जिम्मेदारी है। शासन की कई योजनाओं को जमीन पर उतारने में उनकी अहम भूमिका रही है। ऐसे में सेवा विस्तार न मिलने की स्थिति में मनोज कुमार सिंह इस पद के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। इसके अलावा भारत सरकार में सचिव पद पर तैनात अरुण सिंघल की वापसी भी मुख्य सचिव के तौर पर होने की चर्चा थी।
राधा एस चौहान आज हो रही हैं रिटायर, भल्ला को डीओपीटी का अतिरिक्त चार्ज
1988 बैच की आईएएस अधिकारी राधा एस चौहान रविवार को रिटायर हो जाएंगी। वह केंद्र में केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) में सचिव के पद पर तैनात हैं। शनिवार को डीओपीटी के सचिव का अतिरिक्त चार्ज 1984 बैच के अफसर व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को दे दिया गया।