सफीपुर। चढ़ावे के जेवर में सोने का हार न देख महिलाएं भड़क गईं।
लड़की के पिता को पता चला तो उन्होंने फेरे रुकवा दिए। सुबह 11 बजे वर पक्ष ने हार का इंतजाम किया। इसके बाद रस्में पूरी हुईंकोतवाली क्षेत्र के एक गांव में बुधवार को बांगरमऊ कोतवाली के एक गांव से बरात आई थी। कन्या पक्ष ने बरातियों का स्वागत किया। आगवानी द्वारचार के बाद जयमाल की रस्म भी धूमधाम से हुई। भांवर से पहले वर पक्ष से चढ़ावे के जेवर लाने के लिए कहा गया। जेवर में हार न दिखने पर कन्या पक्ष की महिलाओं में चकचक शुरू हो गई। बात रिश्तेदारों तक पहुंची तो मामले ने तूल पकड़ लियाचढ़ावे में हार न लाने का उलाहना देते हुए कन्या के पिता ने शादी से इन्कार कर दिया। फेरे की रस्म रोक दी। वर पक्ष रात भर मान मनव्वल करता रहा लेकिन बिना हार शादी न करने पर कन्या पक्ष के लोग अड़े रहे। गुरुवार भोर पहर वर पक्ष के लोगों ने किसी तरह हार का इंतजाम किया। तब सुबह 11 बजे भांवर की रस्म अदा हुई। कोतवाल श्याम नारायण सिंह ने बताया कि ऐसे किसी मामले की शिकायत नहीं मिली है