पाटन। लूट जैसी गंभीर घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी करने वाली बिहार थाना पुलिस ने शुक्रवार को व्यापारी से लूट के दो आरोपियों को पकड़ा और फिर चौकी से ही छोड़ दिया। पुलिस ने घटना की न तो रिपोर्ट दर्ज की और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी ही दिखाई।बिहार थाना क्षेत्र के ग्राम बाबूखेड़ा दीक्षितन वाला निवासी किराना व्यापारी संजू बाजपेई की तहरीर के आधार पर गुरुवार को भगवंतनगर चौकी प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने दो लुटेरों को हिरासत में लेने का दावा किया था। तहरीर के मुताबिक, आठ जुलाई को संजू अपनी पिकअप गाड़ी से पिता उदय शंकर के साथ जा रहा था। बिहार-बक्सर मार्ग पर ईंट भट्ठा के पास बाइक सवार तीन लोगों ने गाड़ी के आगे बाइक लगाकर रोक लिया। तीन लुटेरों ने तमंचे के बल पर संजू से 70 हजार रुपये लूट कर भाग गए। तहरीर में पीड़ित ने केसरी खेड़ा निवासी एक लुटेरे को पहचान लेने की बात लिखी है, लेकिन तहरीर को भगवंतनगर चौकी प्रभारी ने अपने पास रख लिया।
घटना के चौथे दिन नामजद आरोपी व उसके साथी को पकड़ा। चौकी प्रभारी ने तीसरे लुटेरे की गिरफ्तारी का प्रयास करने की बात कही थी। हिरासत में लेने के चौथे दिन सोमवार को जब बिहार थाना प्रभारी शिवप्रकाश पांडेय से लुटेरों को जेल भेजने और बरामदगी के संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने ऐसी किसी भी घटना की जानकारी होने से ही इन्कार कर दिया। उन्होंने किसी की गिरफ्तारी को भी खारिज कर दिया।
पुलिस चौकी के सूत्रों के अनुसार, चौकी प्रभारी ने पूरे मामले को अपने स्तर से ही रफा-दफा कर दिया। पीड़ित को उसकी रकम वापस दिलाने और लुटेरों को छोड़ने के बदले मोटी रकम लेने के आरोप भी लग रहे हैं। चौकी प्रभारी से इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने व्यस्त होने की बात कहकर फोन काट दिया।