Kanpur News: वन विभाग को यह भी डर है कि ट्रेंकुलाइज करने के चक्कर में कहीं तेंदुआ वन विभाग की कॉंबिंग से बचने के चक्कर में आईआईटी के पीछे की न्यू शिवली रोड की ओर न चला जाए।
कानपुर आईआईटी परिसर में बीते एक सप्ताह से टहल रहे शातिर तेंदुए ने वन विभाग की टीम को चकमा दे दिया है। वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए आईआईटी परिसर में दो जगह पिंजड़े लगाए थे। गुरुवार की रात तेंदुआ इन पिंजड़ों के पास टहलता रहा, लेकिन अंदर नहीं गया। अब वन विभाग ने ट्रेंकुलाइज गन के सहारे तेंदुए को पकड़ने की योजना बनाई है।
आईआईटी परिसर में निर्माणाधीन गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी और हॉल नंबर 13 के पीछे बने धोबीघाट के पास एक-एक पिंजड़ा लगाया गया है। दोनों स्थानों पर तेंदुआ इन पिंजड़ों के पास आया, कुछ देर चहलकदमी करने के बाद फिर पीछे की ओर लौट गया। निगरानी के लिए लगाए गए ट्रैप कैमरों में तेंदुआ दिखाई दिया है।
जिला वन अधिकारी दिव्या ने बताया कि अब तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा जाएगा। इसके लिए दो टीमें बनाई गईं हैं। ये टीमें शुक्रवार रात को गाड़ियों में बैठकर गंगवाल स्कूल और धोबी घाट के पास के उन रास्तों पर नजर रखेंगी जहां से तेंदुआ आता जाता है। इनमें से एक गाड़ी में डॉक्टर नासिर और दूसरी गाड़ी में एक अन्य व्यक्ति ट्रेंकुलाइज गन से निशाना साधेगा।
कहीं आबादी में न घुस जाए तेंदुआ
वन विभाग को यह भी डर है कि ट्रेंकुलाइज करने के चक्कर में कहीं तेंदुआ वन विभाग की कॉंबिंग से बचने के चक्कर में आईआईटी के पीछे की न्यू शिवली रोड की ओर न चला जाए। ऐसा हुआ तो हादसे का डर होगा, क्योंकि इससे पहले बीते वर्षों में जब तेंदुआ राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (एनएसआई) में दिखा था और कॉम्बिंग की गई तो वह आईआईटी पहुंच गया था।