रामलला की सेवा में 20 रिटायर जवान तैनात किए गए हैं। इनमें से तीन जवानों को धर्मगुरू बनाया गया है। इनकी जिम्मेदारियां भी तय कर दी गई हैं।
राम मंदिर में विराजमान रामलला की सेवा में सेना के रिटायर्ड 20 जवानों की भर्ती की गई है। इनमें से तीन जवान धर्मगुरु बनाए गए हैं। इनकी ड्यूटी राम मंदिर में ही गर्भगृह के बाहर लगायी गई है। इनको रामलला की पूजा-अर्चना के अलावा दर्शनार्थियों पर निगाह रखने की जिम्मेदारी दी गई है।
धर्मगुरु गर्भगृह के बाहर की आरती-पूजा के समय व्यवस्था में सहयोग के साथ घंटा-घड़ियाल बजाने व आरती दिखाने में मदद करेंगे। इसके अलावा शेष 17 सेवानिवृत्त सैनिकों को परिसर में सादी वर्दी में श्रद्धालुओं के साथ व्यवस्थाओं की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।