लालमनखेड़ा गांव में चार मासूम भाई-बहनों की मौत हुई थी। मामले में आरोपी पिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था, जिसे जेल भेज दिया गया था। वहीं, घटना के बाद बिल्कुल अकेले रह गई शिवदेवी दर-दर भटक रही है। कुछ दिन जेठ-जेठानी के यहां, तो कुछ समय मायके में रहकर दिन काट रही है।
उन्नाव जिले में बीघापुर कस्बे के लालमनखेड़ा गांव में दस महीने पहले गांव की ही एक महिला से प्रेम प्रसंग में युवक ने अपने ही चार मासूम बच्चों की जहर देकर हत्या कर दी थी। चार बच्चों की मौत और पति के जेल जाने के बाद से पत्नी शिवदेवी बेसहारा हो गईं। वह दर-दर भटक रही हैं
कुछ दिन गांव में जेठानी के साथ तो कुछ दिन मायके में रह रही है। उसके मुताबिक घटना के बाद अधिकारियों ने आर्थिक मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन कुछ नहीं मिला। बारासगवर थानाक्षेत्र के गांव लालमन खेड़ा में 19 नवंबर 2023 को वीरेंद्र पासवान ने अपने ही चार मासूम बच्चों मयंक (9), हिमांशी (8), हिमांक (6) और मानसी (4) को जहर दे दिया था।
बिल्कुल अकेली हो गई है शिवदेवी