उन्नाव। परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों को साल 2024 के जनवरी-फरवरी महीने का महंगाई भत्ता अगस्त माह के अंतिम सप्ताह तक नहीं मिल सका। बजट होने के बाद भी भत्ता न मिलने से शिक्षकों में नाराजगी है।
सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों और कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 46 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया था। अभी तक जनवरी और फरवरी महीने का चार प्रतिशत बढ़ा भत्ता उन्हें नहीं मिला है। मुख्यमंत्री के आदेश हैं कि एक सप्ताह के अंदर फाइलों का हर हाल में निस्तारण करना है। उसके बाद भी जिले के 11430 शिक्षकों के अलावा अन्य कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिला है। वित्त एवं लेखाधिकारी फाइल ही आगे नहीं बढ़ा रहे हैं। फाइलों के निस्तारण में वित्त एवं लेखाधिकारी के साथ पटल सहायकों की भी जिम्मेदारी होती है। यह हाल तब है जब अवशेष वेतन भुगतान फंड उपलब्ध है।
उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय के कार्मिकों की कार्यशैली पर पूर्व में भी आपत्ति दर्ज करवाई थी। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि कई बार महंगाई भत्ते का अवशेष भुगतान बेवजह लंबित किया जाता है। इससे शिक्षकों और कर्मचारियों में नाराजगी है। वित्त एवं लेखाधिकारी अनिल कुमार दुबे ने बताया कि पहले शिक्षकों का वेतन निकाला जा रहा है। उसके बाद इस पर काम किया जाएगा।