उन्नाव/ बिछिया। कानपुर-लखनऊ हाईवे पर भारी वाहनों के सीधे लखनऊ जाने पर कई महीने से रोक लगी है। लखनऊ की ओर जाने वाले वाहनों को पुरवा मोड़ से मौरावां होते हुए मोहनलालगंज से लखनऊ भेजा जा रहा है। लेकिन वाहन चालकों ने गांवों के भीतर से होकर फिर लखनऊ-कानपुर हाईवे पहुंच जाते हैं। इससे ग्रामीण मार्ग और पुलिया क्षतिग्रस्त हो रही हैं।
लखनऊ में बनी के पास एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है। इससे लखनऊ की ओर जाने वाले भारी वाहनों को लखनऊ-कानपुर हाईवे पर उन्नाव-पुरवा मार्ग से मोहनलालगंज के रास्ते लखनऊ भेजा जा रहा है, लेकिन वाहन चालकों ने दही चौकी तिराहे से पांच किमी आगे जाकर गौरा गांव से बरिगवां स्थित जालिपा देवी मंदिर के पास से चमरौली होकर फिर हाईवे पहुंच रहे हैं।
रात दिन भारी वाहनों का आवागमन होने से दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं। साथ ही हादसों का खतरा भी रहता है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की मिली भगत से भारी वाहन इन गांवों के रास्तों से सीधे लखनऊ भेजे जा रहे हैं। ट्रैफिक डायवर्जन सुनिश्चित कराने के लिए तैनात पुलिस कर्मी दिन रात कमाई कर रहे हैं।
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भारी वाहनों के आवागमन से नहर पुलिया क्षतिग्रस्त हो रही
मार्च माह में एक मिट्टी लादे डंपर की टक्कर से गौरा गांव स्थित शारदा नहर का पुल टूट गया था। नहर विभाग की ओर इसकी मरम्मत कराई गई, लेकिन आवागमन से नई पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं। वहीं खोरी गांव के पास बनी पुलिया भी ओवर लोड मौरंग लदे डंपर की टक्कर से टूट गई। इससे लोगों को आने-जाने में डर लग रहा है।
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वाहन आगे जाकर कहां से मुड़ रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं है। जांच कराई जाएगी। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी। – अनुराग सिंह, दही थाना प्रभारी