प्रतापगढ़. यूपी के प्रतापगढ़ जिले के रामफेर वर्मा हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पिता का कातिल बेटा ही निकला. कातिल बेटे श्यामू वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मां की पिटाई से नाराज बेटे ने पिता को मौत के घाट उतारा था. मृतक आए दिन शराब पीकर पत्नी से मारपीट करता था. गिरफ्तार बेटा सूरत में मजदूरी का काम करता था. बीते 29 सितंबर को बेटे ने लाठी-डंडे से पीटकर पिता की हत्या की थी. घटना लालगंज कोतवाली के अमांवा गांव की है.
दरअसल, तीन दिन पहले खेत के पाही पर रामफेर वर्मा का खून से लथपथ शव मिलने से गांव में सनसनी फैल गई थी. हत्या के बाद परिजनों में कोहराम मच गया था. पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया था. रामफेर के परिजनों ने अपने दामाद अखिलेश पर हत्या की आशंका जाहिर करते हुए केस दर्ज कराया था. परिजनों ने पुलिस को बताया था कि मृतक रामफेर अपने दामाद अखिलेश को जेल भिजवाया था, क्योंकि बेटी की मौत के बाद रामफेर ने दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था.
पुलिस ने तफ्तीश शुरू किया तो मामले का पर्दाफाश हो गया. हत्यारा दामाद नहीं बल्कि उसका सगा बेटा श्यामू निकला. पुलिस के सामने जुर्म कबूल करते हुए अपने पिता की दास्तां की कहानी का राज उगल दिया. पुलिस ने कातिल बेटा को गिरफ्तार करते हुए सलाखों के पीछे भेज दिया.
प्रतापगढ़ एएसपी संजय रॉय ने बताया, ‘रामफेर वर्मा की हत्या हुई थी. उनकी पत्नी ने अपने दामाद पर शक किया था और केस दर्ज कराया था. जब पुलिस ने जांच शुरू की तो मृतक के बेटे का नाम सामने आया. आरोपी ने बताया कि उसका पिता शराब का सेवन करता था और आए दिन उसकी मां से मारपीट करता था. गुस्से में आकर बेटे ने पिता की हत्या कर दी