लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के डेलीगेट चुनाव के नामांकन के दौरान सदर से भाजपा विधायक योगेश वर्मा और व्यापारी राजू अग्रवाल के साथ हुई मारपीट का मामला पुलिस तक पहुंच गया है। सदर विधायक और राजू अग्रवाल की ओर से बृहस्पतिवार को मामले में पुलिस को तहरीर दी गई।
बुधवार को अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की प्रधान शाखा में डेलीगेट चुनाव के लिए पर्चे बिक्री किए जा रहे थे। इसी बीच सदर विधायक योगेश वर्मा और जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह आमने-सामने आ गए। पुलिस की मौजूदगी में अवधेश सिंह ने सदर विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ जड़ दिया था। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस घटना के बाद विधायक समर्थक आक्रोशित हो उठे और अवधेश सिंह व उनकी पत्नी पुष्पा सिंह के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया था। सुबह साढ़े दस बजे से शुरू हुआ बवाल शाम चार बजे के बाद तक चला।
इस मामले में गुरुवार को सदर विधायक योगेश वर्मा ने सदर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष अवधेश सिंह, उनकी पत्नी पुष्पा सिंह सहित आधा दर्जन नामजद व 30-40 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की।
व्यापारी नेता राजू अग्रवाल ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि वह पर्चा खरीदने के लिए अर्बन कोऑपरेटिव बैंक गए थे। पर्चा खरीदकर वापस आते समय पुष्पा सिंह और जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह सहित करीब 15 लोग मौजूद थे। इसी दौरान पुष्पा सिंह ने पर्चा छीनकर गालियां देते हुए हमला कर दिया। इस दौरान अवधेश सिंह ने साथियों के साथ मिलकर पिटाई कर दी। पिटाई के दौरान व्यापारी की 70 ग्राम की सोने की चेन छीन ली।
कोतवाली प्रभारी अंबर सिंह ने बताया कि दोनों घटनाओं की तहरीर मिली हैं। तहरीर के आधार पर नामजद सहित अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जांच करते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मारपीट के मामले में तीसरी तहरीर भी सदर कोतवाली पुलिस के पास पहुंची। यह तहरीर बैंक की निवर्तमान अध्यक्ष पुष्पा सिंह के पक्ष के वीर विक्रम सिंह उर्फ नीरज सिंह ने व्यापारी राजू अग्रवाल, हेमू गुप्ता समेत उनके 15 – 20 अन्य साथियों के खिलाफ दी है।
थाना नीमगांव क्षेत्र के ग्राम बहादुरपुर निवासी वीर विक्रम सिंह ने कहा है कि बुधवार को सुबह करीब 10:00 बजे वह अर्बन कोऑपरेटिव बैंक में डेलीगेट के नामांकन के दौरान गए थे। तभी वहां अचानक संतोषनगर कॉलोनी निवासी राजू अग्रवाल अपने सहयोगी बड़खेरवा निवासी हेमू गुप्ता व 15- 20 अन्य साथियों के साथ आ गए। आरोप है कि इन लोगों ने भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता के साथ छेड़छाड़ व अभद्रता शुरू कर दी।
जब वीर विक्रम सिंह ने मना किया तो उक्त सभी लोग गाली-गलौज करते हुए उन्हें मारने पीटने लगे। राजू अग्रवाल व हेमू गुप्ता समेत उनके साथियों ने वीर विक्रम सिंह को जान से मारने की नीयत से उठाकर पटक दिया, जिससे उनका सिर फट गया और शरीर में काफी चोटें आई हैं। इससे वीर विक्रम सिंह मौके पर बेहोश हो गए।
होश आया तो उनके हाथ घड़ी व पैंट की जेब में रखे 2000 रुपये गायब थे। हमलावर जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। वहां पर मौजूद पुलिस व अन्य लोगों ने वीर विक्रम सिंह की जान बचाई। वीर विक्रम सिंह का कहना है कि वह घटना के तुरंत बाद सदर कोतवाली रिपोर्ट लिखवाने गए, पर कोई अधिकारी नहीं मिला। वह अपनी चोटों का डॉक्टरी परीक्षण कराने जिला अस्पताल भी गए। जहां डॉक्टरों ने बिना पुलिस के परीक्षण या इलाज करने से मना कर दिया। तहरीर में वीर विक्रम सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराकर उनका चिकित्सीय परीक्षण कराए जाने की मांग की है।
बोले अवधेश- उन्हें नहीं मिला कोई नोटिस
भाजपा प्रदेश नेतृत्व की ओर से नोटिस जारी किए जाने की बात पूछे जाने पर जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष अवधेश सिंह ने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने बताया कि अभी ऐसी कोई नोटिस उन्हें नहीं मिला है। यदि मामले में विधायक ने कोई तहरीर दी है तो उनकी ओर से भी एक तहरीर दी जाएगी।