असोहा। गड्ढे में दो डंपरों के फंसने से पुरवा-बिहार मार्ग 10 घंटे जाम रहा। मार्ग से आवागमन करने वाले चार पहिया वाहन चालकों को दूसरे रास्तों का सहारा लेना पड़ा। सुबह से शाम तक लगे जाम में फंसकर वाहन सवार परेशान हो गए।
बनी बार्डर पर लखनऊ-कानपुर एलीवेटेड मार्ग का निर्माण चल रहा है। इसके चलते भारी वाहनों को दही चौकी तिराहे से पुरवा की ओर डायवर्ट किया जा रहा है। गुरुवार सुबह करीब छह बजे के करीब पुरवा-बिहार मार्ग पर वेबल गांव के पास सड़क के गड्ढे में डंपर फंस गया। बगल से निकलने के चक्कर में दूसरा डंपर भी गड्ढों में फंस गया, जिससे मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों का आवागमन रुक गया।
देखते ही देखते वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। करीब 10 घंटे तक मार्ग जाम रहा। वहीं, जाम देख अन्य चार पहिया वाहन चालकों को चक्कर काट कर दूसरे रास्तों से आवागमन करना पड़ा। शाम चार बजे के करीब दोनों डंपर गड्ढों से बाहर निकाले जा सके। इसके बाद यातायात बहाल हो सका। वहीं, इसी मार्ग पर भदनांग मोड़ के पास गड्ढों में फंसकर आलू लेकर जा रही पिकअप पलट गई। पुलिस ने किसी तरह से पिकअप को हटवाकर वाहनों का आवागमन शुरू कराया।
भारी वाहनों के आवागमन से गड्ढों में समा गया पुरवा-बिहार मार्ग
भारी वाहनों के आवागमन से बिहार-पुरवा मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। एक नहीं बल्कि सैकड़ों जगहों पर गहरे गड्ढे हो गए हैं। ओवरलोड वाहन अक्सर गहरे गड्ढों से निकलने के दौरान फंस जाते हैं। इससे जाम लग जाता है। आए दिन वाहन भी पलट रहे हैं। पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता आनंद कुमार ने बताया कि मार्ग को चौड़ा किया जाना है। इसलिए पैचवर्क के लिए बजट नहीं मिला है। वर्तमान में इसकी चौड़ाई करीब 3.75 मीटर है। जिसे बढ़ाकर सात मीटर की जाएगी। करीब 40 करोड़ रुपये इस काम पर खर्च होंगे।