सोनिक। पुरवा ब्रांच की शारदा नहर में शहजादपुर हेड पर निर्माणाधीन पुलिया में मानकों की अनदेखी की जा रही है।
पुलिया निर्माण में डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है। ईंटें भी मानक विहीन हैं। निर्माण की निगरानी करने वाले अवर अभियंता को पुलिया की लागत तक नहीं मालूम है।
उन्नाव खंड शारदा नहर कार्यालय द्वारा पुरवा ब्रांच की शारदा नहर में शहजादपुर हेड पर पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है।
वैसे शासनादेश के अनुसार, निर्माण में मौरंग का प्रयोग होना चाहिए लेकिन मौके पर मौरंग का नामोनिशान नहीं है। पूरी जुड़ाई डस्ट से की जा रही है। इसके अलावा पुलिया निर्माण में जो ईंट का प्रयोग किया जा रहा है, वह भी दोयम दर्जे की हैं। जबकि अव्वल ईंट का प्रयोग होना चाहिए।
ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार डस्ट से काम करा रहा है। अवर अभियंता को खुद की निगरानी में पुलिया निर्माण कराना चाहिए लेकिन वह मौके पर जाने की जहमत नहीं उठाते हैं। इसी कारण ठेकेदार निर्माण कार्य में अंधेरगर्दी कर रहा है। जेई की कार्यप्रणाली का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें पुलिया निर्माण की लागत तक नहीं मालूम है।
अवर अभियंता मो. अरशद का कहना है कि शहजादपुर हेड की पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है। बजट की जानकारी नहीं है। जेई ने यह माना कि मौरंग और अव्वल ईंट से निर्माण होना चाहिए। यदि डस्ट का प्रयोग हो रहा है तो यह गलत है। इसकी जानकारी नहीं है। दिखवाया जाएगा।