कानपुर की एकता हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। जिम ट्रेनर विमल के मोबाइल से बड़ा खुलासा हुआ है। 24 जून को विमल के इरादे कुछ और ही थे। आइए जानते हैं मोबाइल की कॉल डिटेल में क्या खुलासा हुआ।
कानपुर में हुए एकता गुप्ता हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जिम ट्रेनर विमल के मोबाइल की जांच में कई खुलासे हुए हैं। अब पुलिस रिमांड के लिए सीडीआर से सवाल तैयार कर रही है। जांच में सामने आया है कि जिस दिन कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता गुप्ता की हत्या हुई, उस दिन जिम ट्रेनर विमल ने एकता को सुबह 4 से 6 बजे के बीच नौ बार फोन किया था। हालांकि एकता ने इनमें से एक भी कॉल नहीं रिसीव की, लेकिन माना जा रहा है कि इन कॉल्स के दबाव में ही वह उस दिन बच्चों और पति के मना करने बावजूद जिम चली गई थी। तड़के की गईं ये ताबड़तोड़ कॉल इस बात की ओर भी इशारा करते हैं कि 24 जून को विमल के इरादे कुछ और ही थे।
20 दिन से जिम नहीं जा रही थी एकता
विमल के इरादों पर संदेह इसलिए भी होता है कि एकता पिछले 20 दिन से जिम नहीं जा रही थी और इस दौरान दोनों के बीच 28 ही कॉल्स हुई थीं। ऐसे में हत्या वाले दिन सुबह दो घंटे के अंदर की गईं नौ कॉल सवाल खड़े कर रहे हैं। हालांकि विमल के मोबाइल से यह ब्योरा जुटा लेने वाली पुलिस को उन दोनों के बीच व्हाट्सएप और फेसबुक या किसी अन्य एप के जरिये हुई चैट का पता नहीं चल सका है। इसकी वजह यह भी है कि विमल ने एकता का फोन तोड़ दिया था जबकि अपने फोन से व्हाट्सएप और फेसबुक चैट डिलीट कर थी।
दोनों के बीच तनाव की वजह का पता नहीं
ऐसा न हुआ होता तो यह पता चल जाता कि एकता क्यों 20 दिन से जिम नहीं जा रही थी और उसने क्यों विमल से दूरी बना ली थी। दोनों के बीच तनाव की वजह भी तब पता चल जाती। वैसे एकता के परिजन अस्वस्थता को उसके जिम न जाने की वजह बता रहे हैं। फिलहाल एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर का कहना है कि हत्यारोपी के कस्टडी रिमांड में आने और उससे पूछताछ के बाद ही घटना की तस्वीर काफी हद तक साफ हो सकेगी।
एकता के मोबाइल फोन, मौत का स्थान समेत कई सवाल पूछेगी पुलिस
एकता गुप्ता की हत्या करने के आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी उर्फ विमल कुमार की कस्टडी रिमांड पर मंगलवार को फैसला होगा। पुलिस सूत्रों अनुसार पुलिस आरोपी से पूछताछ के लिए कई सवाल भी तैयार किए हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कस्टडी रिमांड के दौरान एकता के परिजनों से उसका सामना कराया जा सकता है, ताकि वे लोग भी संतुष्ट हो सकें। वहीं, उसके मददगारों, उसके शहर भर में कार लेकर दौड़ाने का कारण भी जानने की कोशिश की जाएगी। एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने बताया कि विवेचक ने हत्यारोपी की सात दिन की कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। इस अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई के बाद फैसला आएगा।
इन सवालों के लिए जाएंगे जवाब
– एकता की हत्या क्यों और कब की गई?
– एकता को कार के भीतर ग्रीनपार्क में मारा गया या बाहर?
– एकता की मौत का सही स्थान क्या है?
– क्या एकता को बेहोशी की हालत में लेकर विमल घूमता रहा?
– क्या बेहोशी में ही एकता को ऑफिसर्स क्लब में दफनाया गया?
जिस जिम में महिलाएं कर रही कसरत, वहां रखना होगा महिला प्रशिक्षक
एकता हत्याकांड और फजलगंज में महिला का शोषण करने की घटनाएं सामने आने के बाद पुलिस जिम संचालन को लेकर सख्त रुख अपनाने जा रही है। इसके तहत सभी जिम संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर उनके जिम में एक्सरसाइज करने के लिए महिलाएं आती हैं तो उन्हें महिला प्रशिक्षक की नियुक्ति करनी होगी। ऐसा न करने की स्थिति में उनका अनापत्ति प्रमाणपत्र एनओसी रद्द कर दिया जाएगा। साथ ही जिम को भी सीज किया जा सकता है।
इसके लिए जोन स्तर पर जिम्मेदारी भी तय की गई है। हर थाने की पुलिस अपने क्षेत्र के जिम का औचक निरीक्षण करेगी। यह सुनिश्चित करेगी कि महिलाओं को महिला प्रशिक्षक ही कसरत करने में मदद कर रही हो। एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने बताया कि सभी जिमों को नए सिरे से एनओसी लेने के लिए कहा गया है। नई एनओसी देने में महिला प्रशिक्षक की शर्त पूरी करनी जरूरी होगी। इसके साथ ही खाद्य विभाग से जिम में दिए जाने वाले एनर्जी ड्रिंक का भी सैंपल चेक करवाया जाएगा। कहा कि बिना सत्यापन के अगर कोई जिम मालिक प्रशिक्षक रखेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एक हफ्ते में पता नहीं चली पुलिस की जांच की दिशा
डीएम कंपाउंड स्थित ऑफिसर्स क्लब में 26 अक्तूबर की रात एकता का कंकाल मिलने के मामल में पुलिस की जांच दिशाहीन हो गई है। सूत्रों के अनुसार पुलिस सिर्फ आरोपी की रिमांड मिलने का इंतजार कर रही है। वहीं, एकता का परिवार पुलिस के सक्रिय होने और जांच को किसी नतीजे पर पहुंचाने की राह देख रही है।
कई सवालों का नहीं मिला जवाब
राहुल ने बताया कि देखते ही देखते एक सप्ताह बीत गया। जिम ट्रेनर प्रशिक्षक विमल को जेल भी भेज दिया गया, लेकिन पुलिस की जांच की दिशा तय नहीं हो पा रही है। तमाम सवाल अभी ऐसे हैं कि जिनका जवाब नहीं मिल पा रहा है। उनकी पत्नी के चरित्र पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है लेकिन हत्या की असल वजह अबतक पुलिस नहीं बता सकी है।
सीसीटीवी फुटेज भी नहीं दिखाए गए
राहुल ने कहा कि पुलिस अबतक ये भी तय नहीं कर पाई है कि एकता की हत्या ग्रीन पार्क में की गई या डीएम कैंपस में या फिर कहीं और। उन्हें अभी तक डीएम कैंपस के फुटेज भी नहीं दिखाए गए हैं। न जाने पुलिस क्या छिपा रही है? किसको बचाया जा रहा है? किसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।