सफीपुर (उन्नाव)। एक बेटे के बाद भी दूसरे बेटे की चाहत ने मां को इस कदर अंधा कर दिया कि उसने छह दिन की दुधमुंही बच्ची को जलते हुए चूल्हे में फेंक दिया। यह देख बड़ी बेटी चीख पड़ी तो पिता आ गए।
बच्ची को चूल्हे से निकालकर सीएचसी पहुंचाया। गंभीर हालत में उसे लखनऊ रेफर किया गया है। महिला के पति ने बताया कि पत्नी तीसरी बेटी होने से आहत थी। इसी कारण उसने ऐसा कदम उठाया।
रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना आसीवन थानाक्षेत्र के गांव कायमपुर निंबरवारा में हुई। गांव निवासी सोनू (28) पुत्र नन्हक्के ने बताया कि उसने आठ साल पहले लखनऊ के काकोरी थानाक्षेत्र के गांव लालताखेड़ा निवासी छोटेलाल की बेटी रोशनी से कोर्ट मैरिज की थी। दंपती के दो बेटी खुशी (6), काव्या (5) और बेटा आर्यन (3) हैं।
रोशनी ने दो नंबर को मियागंज सीएचसी में एक और बच्ची को जन्म दिया था। तीसरी बेटी होने से आहत होकर रोशनी ने छह दिन पहले हुई बच्ची के रोने पर शुक्रवार शाम सात बजे अपना आपा खो दिया और उसे जलते चूल्हे में फेंक दिया।
बहन को आग की लपटों से घिरी देखकर बड़ी बेटी खुशी ने शोर मचाया। चीख सुनकर पिता सोनू ने पानी डालकर आग बुझाई ओर बच्ची को सीएचसी ले गए। पति के मुताबिक, पत्नी नशे की भी लती है। डायल 112 को घटना की जानकारी दी थी।