उन्नाव। अमृत योजना को लेकर जल निगम और नगर पालिका के बीच ठन गई है। पालिका ने नोटिस देकर जलनिगम को चेतावनी दी है कि अगर शहर में खोदी गईं सड़कों को नहीं बनवाया तो जलनिगम को सड़कें नहीं खोदने देंगे।
पालिका के मुताबिक, शहर के 137 रास्ते खराब हैं।15 सड़कों की हालत सबसे ज्यादा खराब है, जिन्हें जल्द ठीक करने की जरूरत है।
अमृत योजना के तहत पहले चरण में शहर के 30,298 घरों को शुद्ध पेयजल देने के लिए वर्ष 2018 में केंद्र सरकार ने इसे कार्य योजना में शामिल किया था। 264 करोड़ की इस योजना में पांच साल में 10 बार समय सीमा बढी लेकिन, शुद्ध पानी मिलने का इंतजार कर रहे लोगों का सपना पूरा नहीं हुआ। इस दौरान पाइप लाइन डालने से सड़कें जरूर जर्जर हो गईं। इन सड़कों की मरम्मत न होने से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है
मोहल्ला पीडी नगर, शाहगंज, कमला भवन बस्ती, आदर्शनगर, प्रयागनारायण खेड़ा, लोकनगर आदि मोहल्लों में ज्यादा समस्या है। शहर में 35 किलोमीटर लंबाई में भूमिगत पाइप लाइन बिछाई गईं हैं, लेकिन डामर रोड, सीसी रोड और इंटर लॉकिंग मार्गों की मरम्मत में निर्माण एजेंसी ने औपचारिकता निभाई। इससे हाल के कुछ ही वर्षों में बने रास्ते खराब हो गए। इस समय 137 रास्तों पर लोग हिचकोले खा रहे हैं।
नगर पालिका ने जल निगम को शहर की व्यस्त 15 सड़कों की तत्काल मरम्मत कराने के लिए नोटिस जारी किया है। नगर पालिका के अधिकारियों के अनुसार, इन सड़कों को बनाने पर करीब पांच करोड़ रुपये खर्च होंगे, इसीलिए जल निगम टालमटोल कर रहा है। चेतावनी दी है कि अगर खोदी गई सड़कों की मानक अनुरूप मरम्मत और निर्माण नहीं कराया गया तो भविष्य में खोदाई की अनुमति भी नहीं दी जाएगी।