उन्नाव। 63वें राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह के तहत शनिवार को फार्मेसी के छात्र- छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाली। इस दौरान लोगों को दवाओं के उपयोग के प्रति जागरूक किया। बताया कि फार्मेसी नौकरी के साथ-साथ सेवा भी है। इस क्षेत्र में बेहतर दवाओं की खोजकर लोगों को रोगों से मुक्त किया सकता है। वहीं नई-नई खोज के माध्यम से चिकित्सा क्षेत्र को और बेहतर बनाने के साथ ही अपना योगदान भी दिया जा सकता है।
आईपीएसआर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की ओर से 63वें राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह के तहत शनिवार को जागरूकता रैली निकाली गई। रैली का शुभारंभ रामलीला मैदान से डीएम गौरांग राठी, सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश और सीओ सिटी सोनम सिंह ने फीता काटकर और हरी झंडी दिखाकर किया। रैली गांधी नगर तिराहा, छोटा चौराहा, बड़ा चौराहा होते हुए हरदोई ओवर ब्रिज पर पहंची।
यहां फार्मेसी के छात्र-छात्राओं ने लोगों को दवाओं के प्रति जागरूक किया और फार्मेसी के महत्व को समझाया। संस्थान के अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र तिवारी ने बताया कि फार्मासिस्ट स्वास्थ्य समाज की रीढ़ है। उन्हें समाज के लिए अच्छा करना चाहिए। इस दौरान संस्थान के संस्थापक बद्री विशाल तिवारी, फार्मेसी विभाग के निदेशक डॉ. अमरेश गुप्ता, डाॅ. संगीता सिंह, शालिनी सिंह सहित अन्य भी रहे।——————
प्लेसमेंट ड्राइव में 32 का हुआ चयन
उन्नाव। राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह के तहत शनिवार को मुर्तजा नगर स्थित प्रेम सिंह काॅलेज में फार्मेसी का कोर्स पूरा कर चुके 72 छात्र-छत्राओं ने भाग लिया। छह कंपनियों ने साक्षात्कार लिया और योग्यता के आधार पर 32 का चयन किया। संस्थान के अध्यक्ष प्रेम सिंह ने बताया कि चयनित छात्र-छत्राओं को प्रशिक्षण के बाद तैनाती दी जाएगी। (संवाद)