President Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को उत्तरी कैरोलिना में संवाददाताओं से कहा कि, हम चाहते हैं कि ओपेक तेल की कीमत में कटौती करे। इससे यूक्रेन में हो रही त्रासदी अपने आप रुक जाएगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक से तेल की कीमतों में कटौती करने को कहा है। इसके पीछे उनका तर्क है कि इससे रूस-यूक्रेन युद्ध रुक जाएगा। इससे पहले स्विट्जरलैंड के दावोस में वार्षिक विश्व आर्थिक मंच को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए ट्रंप ने तेल निर्यातक देशों के ओपेक पर यूक्रेन में लगभग तीन साल से चल रहे संघर्ष के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को उत्तरी कैरोलिना में संवाददाताओं से कहा कि, हम चाहते हैं कि ओपेक तेल की कीमत में कटौती करे। इससे यूक्रेन में हो रही त्रासदी अपने आप रुक जाएगी। यह दोनों पक्षों के लिए एक विनाशकारी त्रासदी है। अभी तो बस गोलियां चल रही हैं और लोग घायल हो रहे हैं। दस लाख से अधिक लोग मारे गए हैं और वे हर हफ्ते हजारों लोगों को खो रहे हैं।
‘यह एक पागलपन भरा युद्ध है’
इस बात का उल्लेख करते हुए कि अब तक इस युद्ध में बड़ी संख्या में रूसी और यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं, ट्रंप ने कहा, अभी तो केवल गोलियां चल रही हैं और लोग घायल हो रहे हैं। दस लाख से अधिक लोग मारे गए हैं और वे हर सप्ताह हजारों लोगों को खो रहे हैं। यह पागलपन है। यह एक पागलपन भरा युद्ध है और अगर मैं राष्ट्रपति होता (तब) तो यह कभी नहीं होता। यह पागलपन है कि ऐसा हुआ, लेकिन हम इसे रोकना चाहते हैं।
ट्रंप ने कहा कि, इसे जल्दी से रोकने का एक तरीका यह है कि ओपेक तेल की कीमत कम कर दे। अगर आप कीमतें उंची रखते हैं, तो यह युद्ध इतनी आसानी से खत्म नहीं होने वाला है। इसलिए ओपेक को आगे आना चाहिए और उन्हें तेल की कीमत कम करनी चाहिए और युद्ध तुरंत बंद हो जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन के साथ समझौता कर युद्ध खत्म कर देना चाहिए। ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष को यूक्रेन में युद्ध खत्म या फिर उच्च टैरिफ समेत कई प्रतिबंधों का सामना करने की चेतावनी दी थी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि मुझे लगता है कि पुतिन को एक समझौता करना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि रूस पर प्रतिबंध लगाकर पुतिन को बातचीत करने के लिए मजबूर किया जा सकता है? तो उन्होंने कहा था कि मुझे नहीं पता। रूस को एक समझौता करना चाहिए। शायद वे समझौता करना भी चाहते हैं। मुझे लगता है, मैंने जो सुना है, उसके हिसाब से पुतिन मुझसे मिलना चाहेंगे। हम जितनी जल्दी हो सके मिलेंगे। मैं तुरंत मिलूंगा। युद्ध के मैदान में सैनिक मारे जा रहे हैं। इस खून खराबे को रोकना जरूरी है।