
उन्नाव। बंथर उपखंड कार्यालय से जुड़े उपभोक्ताओं से बिल संशोधन के नाम पर की गई अवैध वसूली की जांच शुरू हो गई है। जांच टीम के सदस्यों ने तकनीशियन ग्रेड-2 (टीजी) को बुलाकर बिल संशोधन की जानकारी ली। साथ ही सभी से उनके बयान लिखित में देने के निर्देश दिए। जांच आगे बढ़ती, उससे पहले ही जांच टीम के सदस्य जरूरी बैठक में चले गए। इससे शेष जांच अगले दिन में करने की बात कही गई।
मालूम हो कि विद्युत वितरण खंड तृतीय बंथर के एसडीओ अरविंद कुमार ने साइबर थाने में सिविल लाइन बंधूहार निवासी चालक आशीष कुमार सहित एक अन्य अज्ञात पर समायोजन उपभोक्ता अंशदान (सीसीबी) आईडी को हैक करने और उपभोक्ताओं के बिल कम करके सरकारी राजस्व का चूना लगाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने रिपोर्ट में 10 बिल में संशोधन के जरिए 18.73 लाख का चूना कराने की जानकारी दी थी। इसके अलावा संशोधन के नाम पर उपभोक्ताओं से लाखों रुपये की अवैध वसूली किए जाने का मामला भी प्रकाश में आया है। इसको लेकर अधीक्षण अभियंता योगेंद्र कुमार सिंह ने जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित की है।
टीम में शामिल एक्सईएन द्वितीय भरत गौतम व अधिशाषी अभियंता टेस्ट एसके मिश्रा ने बुधवार को जांच शुरू की। विभागीय सूत्रों की माने तो जांच टीम ने पहले चार टीजी-2 को कार्यालय तलब किया। बंद कमरे में चारों टीजी से बिंदुवार जानकारी ली। उनके द्वारा क्षेत्र में उपभोक्ताओं के बिजली बिलों और जमा कराई गई राशि के बारे में पूछा।
सूत्रों का दावा है कि कुछ टीजी ने दबी जुबान में पूरे मामले में विभागीय जिम्मेदारों की संलिप्तता की बात कही है। जांच टीम ने सभी टीजी-2 से अपना बयान लिखित में देने को कहा तो तकनीशियन ने कुछ समय मांगा। इसी बीच जांच टीम के एक सदस्य को जरूरी बैठक में जाना पड़ गया। इससे जांच आगे नहीं बढ़ सकी। इससे जांच टीम ने तकनीशियनों को बयान लिखकर लाने की बात कहकर वापस भेज दिया
जांच टीम के मुताबिक, तकनीशियन के बाद आरोपी चालक आशीष कुमार को बुलाया जा सकता है। इसके बाद एसडीओ अरविंद कुमार से भी जानकारी ली जा सकती है। यह भी हो सकता है कि दोनों को सामने बैठाकर आरोपों को लेकर सवाल किए जा सकते हैं।
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बिजली विभाग में कम नहीं हैं अंधेरगर्दी के मामले
केस-1
कनेक्शन के कागज होने पर भी दर्ज कर दी थी चोरी की रिपोर्ट
उन्नाव। फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र के राजेपुर गांव में 29 अगस्त 2019 को बिजली विभाग के सचल दस्ते ने छापेमारी करते हुए सुरेंद्र उर्फ सुरेंद्र नाथ बाजपेयी पर बिजली चोरी का आरोप लगाया था। तत्कालीन जेई संतोष कुमार श्रीवास्तव व नीरज कुमार की तहरीर पर सुरेंद्र के खिलाफ बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। सुरेंद्र ने छापा दल को कनेक्शन के कागजात दिखाए थे लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी थी। अधिशासी अभियंता बांगरमऊ से मिलने पर उन्होंने थानाध्यक्ष एंटी पावर थेफ्ट को पत्र भेजकर उसके मुकदमे के निस्तारण के लिए कहा था। इसके बाद भी विवेचक ने सुरेंद्र उर्फ सुरेंद्रनाथ बाजपेयी को मुकदमे का आरोपी बनाते हुए न्यायालय में आरोप पत्र प्रेषित किया था। इस मामले में विशेष न्यायालय ईसी एक्ट की कोर्ट नंबर चार ने सुरेंद्र को दोषमुक्त करार देते हुए तत्कालीन जेई बांगरमऊ संतोष कुमार श्रीवास्तव व नीरज कुमार पाल के साथ एसडीओ बांगरमऊ अजय कुमार श्रीवास्तव और मुकदमे के विवेचक रामबली सिंह को गलत तरीके से रिपोर्ट दर्ज कराने का दोषी मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की थी। (संवाद)
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केस-2
नौ साल के बच्चे पर दर्ज कर दी थी बिजली चोरी की रिपोर्ट
सफीपुर। सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में 10 मार्च 2018 को विद्युत विभाग ने चेकिंग अभियान चलाया था। इस दौरान विद्युत चोरी के आरोप में दस लोगों पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसमें नौ साल के बालक को भी आरोपी बनाया गया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद कोतवाली के उपनिरीक्षक ने 27 मार्च 2018 को बालक के खिलाफ आरोप सिद्ध करते हुए चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर दी थी। इस दौरान कई बार न्यायालय की ओर से वारंट जारी किया गया, लेकिन बालक के नाम का व्यक्ति हाजिर नहीं हुआ। इस पर न्यायालय ने वारंट जारी कर दिया। वारंट जारी होते ही जब कोतवाली पुलिस बालक को गिरफ्तार करने पहुंची तो उसकी उम्र जानकर हैरान हो गई थी। पिता का कहना था कि उनके घर में बिजली कनेक्शन तक नहीं है। मामले में कोतवाली पुलिस ने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट न्यायालय में दाखिल की थी। (संवाद)
62 बकायेदारों के कनेक्शन काटेसफीपुर। क़स्बे के मोहल्ला सराय सूबेदार मोहल्ले में पहुंचे अधिशासी अभियंता बांगरमऊ रामनाथ यादव, उपखंड अधिकारी एजाज अहमद व अवर अभियंता दिलीप गुप्ता ने घर-घर जाकर जांच की। बकायेदार उपभोक्ताओं से 3.63 लाख रुपये जमा कराए। घर पर न मिले 62 बकायेदारों के कनेक्शन काट दिए गए। एसडीओ एजाज अहमद ने बताया कि नौ पर बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। (संवाद)