संभल की जामा मस्जिद कमेटी ने रमजान से पहले मस्जिद की सफाई और पुताई के लिए एएसआई से अनुमति मांगी है। डीएम ने स्पष्ट किया कि मस्जिद एएसआई की संपत्ति है और इस पर कोर्ट की रोक लगी हुई है। प्रशासन ने आवेदन एएसआई को भेज दिया है।

संभल की जामा मस्जिद कमेटी के सदर ने एएसआई के मेरठ कार्यालय को पत्र भेजा है। इसमें जामा मस्जिद की पुताई व सजावट किए जाने के लिए अनुमति मांगी गई है। जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली ने कहा है कि रमजान माह से पहले जामा मस्जिद में सफाई, पुताई व सजावट कराई जाती है। यह वर्षों से कराई जाती है।
इसके लिए कोई अनुमति भी नहीं ली गई है। इस कार्य को कराने पर एएसआई द्वारा भी कोई आपत्ति नहीं की गई है। लेकिन 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद शांति व्यवस्था कायम रखने और किसी तरह का विवाद उत्पन्न न हो। इसलिए सफाई, पुताई और सजावट की अनुमति दी जाए।
जामा मस्जिद कमेटी के सदर ने बताया कि जल्द ही एएसआई के मेरठ कार्यालय से अनुमति मिलने की उम्मीद है। उसके बाद सफाई, पुताई और सजावट का कार्य कराया जाएगा। मालूम हो जामा मस्जिद सर्वे के दौरान बवाल में पांच लोगों की जान चली गई थी। 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे
इसके बाद से ही जामा मस्जिद और उसके आसपास पुलिस-प्रशासन की निगरानी रहती है। मस्जिद समिति द्वारा मरम्मत की अनुमति मांगे जाने पर डीएम राजेंद्र पेंसिया ने स्पष्ट किया कि यह संरचना पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग एएसआई की संपत्ति है। इस पर किसी भी तरह की कार्रवाई पर कोर्ट ने रोक लगा रखी है।
डीएम ने बताया कि एसडीएम को मस्जिद की सफाई और पेंटिंग के लिए एक आवेदन मिला था, जिसे बिना किसी संशोधन के एएसआई को भेज दिया गया है। मामले को लेकर प्रशासन पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रहा है। फिलहाल, इस पर कोई निर्णय एएसआई द्वारा ही लिया जाएगा।