
उन्नाव। महिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद शुक्रवार को व्यापारी लामबंद हुए और दुकानें नहीं खोलीं। व्यापार मंडल अध्यक्ष की अगुवाई में कलक्ट्रेट पहुंचे और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। व्यापारियों ने डीएम से इस प्रकरण की जांच की मांग की। उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की संपत्ति की भी जांच की मांग की। दोपहर 12 बजे के बाद केसरगंज बाजार की दुकानें खुलीं।
केसरगंज बाजार में गुरुवार को चेकिंग के दौरान सैंपल छीनने और व्यापारियों पर अभद्रता का आरोप लगाकर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले में शुक्रवार को व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष अखिलेश अवस्थी व्यापारियों के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे और डीएम को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। अखिलेश अवस्थी ने कहा कि त्योहार आने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी वसूली शुरू कर देते हैं। आरोप लगाया कि सैंपल जांच के नाम पर दुकानदारों से उगाही की जाती है। जो मांग पूरी नहीं करते उनके सैंपल लिए जाते हैं।
बताया कि गुरुवार को भी मांग पूरी न करने पर टीम ने सैंपल भरे और विरोध करने पर एफआईआर दर्ज करा दी गई। व्यापारियों ने डीएम से पूरे मामले की गहनता से जांच और खाद्य विभाग की टीम पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने अधिकारियों के बैंक खाते सीज कर संपत्ति की जांच की भी मांग की है। संगठन के वरिष्ठ महामंत्री कमल गुप्ता ने कहा कि उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाना अधिकार है और ऐसा करने पर एफआईआर दर्ज करना निंदनीय। महामंत्री निर्भय सिंह ने व्यापारी नेता और दुकानदार सहित अन्य लोगों पर दर्ज किया गया मुकदमा वापस लेने की मांग की। नगर अध्यक्ष अनिल गुप्ता, हर्षित वर्मा, रामजी गुप्ता, संजय गुप्ता, राजेश भट्ट, पुनीत रंभेवाल, विनय त्रिपाठी, पवन तनेजा, सुमित गुप्ता भी शामिल रहे।