सिंभालका का दीपक झबरेड़ा से गांव लौट रहा था। गांव सरकडी मोड़ के निकट उसकी बाइक के सामने नीलगाय आ गई। हादसे में दीपक की मौत हो गई।

जिले में छुट्टा पशु और नीलगाय लगातार हादसे का कारण बन रहे हैं। रविवार देर शाम सिडकी-झबरेड़ा मार्ग पर थाना जनकपुरी के गांव सिंभालका जुनारदार निवासी बाइक सवार दीपक कुमार (28) की नीलगाय से टकराने पर मौत हो गई। दीपक के पिता श्यौराज होमगार्ड में तैनात हैं। नीलगाय से एक सप्ताह में यह दूसरा हादसा है।
गांव सिंभालका निवासी दीपक झबरेड़ा से अपने गांव लौट रहा था। नागल थाना क्षेत्र में गांव सरकडी मोड़ के निकट काली माता के मंदिर के पास अचानक उसकी बाइक के सामने नीलगाय आ गई। नीलगाय से बाइक टकराने पर दीपक सिर के बल सड़क पर गिर गया। गंभीर रूप से घायल होने पर पुलिस ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नागल भिजवाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दीपक ने हेलमेट नहीं लगाया हुआ था। यदि हेलमेट होता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। दीपक की दो साल पहले शादी हुई थी। एक साल का बेटा है। पिता श्यौराज थाना जनकपुरी में होमगार्ड के पद पर तैनात हैं। दीपक पढ़ाई के साथ ही रेलवे में नौकरी की तैयारी कर रहा था।
इनका क्या कसूर
छह मार्च को शादी समारोह से लौट रहे गांव नसरुल्लागढ़ निवासी स्कूटी सवार किसान विरेंद्र (47) पुत्र सीताराम सैनी की नीलगाय से टकराने पर मौत हो गई थी। विरेंद्र की चार बेटी और एक बेटा है। इनमें से दो बेटियों प्रियंका और प्रिंसी की शादी हो चुकी है। जबकि काकी (23) और वर्षा (20) सहित बेटा सौरभ (22) अविवाहित हैं। विरेंद्र की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी बेटे पर आ गई है।
पहले भी हो चुके हादसे
– गांव नासिरपुर डिगोली में गत 24 फरवरी को खेत में काम करते वक्त नेकीराम (60) पुत्र रतन सिंह को छुट्टा पशु ने पेट में सींग घुसा कर मार डाला था।
– 28 फरवरी को गांव जम्बुगढ़-शेखुपुरा के पास निराश्रित सांड की टक्कर से महिला ओमी (58) पत्नी रमेश निवासी जम्बुगढ़ की मौत हो गई थी।
– 15 दिसंबर को गांव कचराई के पास बाइक सवार पीआरडी जवान ललित कुमार (31) पुत्र प्रीतम सिंह निवासी गांव राजपुर लतीफपुर को एक सांड ने टक्कर मार दी थी। उपचार के दौरान ललित की मौत हो गई थी। इसके अलावा कई अन्य हादसों में काफी लोग घायल भी हुए हैं।