
नवाबगंज। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर एक पेट्रोल पंप के पास खड़ी डीसीएम के डाले में बंधी रस्सी के फंदे से सहचालक का शव लटका मिला। लूट और हत्या की सूचना से पुलिस हरकत में आई। जेब से मोबाइल मिला लेकिन लॉक नहीं खुला। मृतक के घर से फोन आने पर पुलिस ने जानकारी ली और घटना की सूचना दी। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
आगरा के शमशाबाद निवासी अर्जुन (25) डीसीएम चलाता था। कानपुर-लखनऊ हाईवे पर आशाखेड़ा स्थित एक पेट्रोल पंप पास उसका शव डाले में बंधी रस्सी से फंदे से लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की। इसी दौरान मृतक के फोन पर उसके पिता राकेश ने फोन किया तो पुलिस ने मृतक के बारे में जानकारी जुटाई। पुलिस के मुताबिक. पिता ने बताया है कि गाड़ी आगरा के थाना करगोल के गढ़मुखा गांव निवासी विक्रम चलाता था, जबकि अर्जुन सह चालक था।
विक्रम माल लेकर लखनऊ जाता था। शनिवार रात को विक्रम किसी काम से झांसी में रुक गया था और अर्जुन को माल उतारने के लिए डीसीएम लेकर लखनऊ के फीनिक्स मॉल भेज दिया था। बताया कि यह माल केरल के मैसूर से लेकर निकला था। पिता ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को दिन में बेटे से फोन पर बात हुई थी, तब वह बिल्कुल ठीक था और उसने कोई समस्या नहीं बताई थी। आठ भाई-बहनों में पांचवें नंबर का था।
थानाध्यक्ष शरद कुमार ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। डीसीएम के चालक को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। मृतक के मोबाइल की सर्विलांस टीम से जांच कराई जा रही है। किससे क्या बात हुई थी, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है। तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।