
उन्नाव। जिला अस्पताल की डायलिसिस यूनिट में हेपेटाइटिस-बी पॉजिटिव मरीजों के लिए लगीं दो मशीनों में एक 15 दिनों से खराब है। एक ही मशीन चलने से निर्धारित समय से कई घंटे बाद मरीजों की डायलिसिस हो रही है। यूनिट इंचार्ज के मुताबिक, मशीन में लगने वाला कैपेसिटर काम नहीं कर रहा। मरम्मत के लिए इंजीनियर को सूचना दे दी गई है। टीम लखनऊ से आएगी।
डायलिसिस यूनिट में पांच मशीनें लगी हैं। इसमें हेपेटाइटिस-बी पॉजिटिव मरीजों के लिए दो मशीनें व सामान्य मरीजों के लिए तीन मशीनें हैं। डायलिसिस के लिए सामान्य मरीज व पॉजिटिव मरीज लगभग बराबर की संख्या में आते हैं। ऐसे में तीन मशीनें होने से सामान्य मरीजों की तो डायलिसिस आसानी से हो जाती है। लेकिन पॉजिटिव मरीजों की डायलिसिस के लिए दो में से एक मशीन ही चालू होने से परेशानी हो रही है।
अगर किसी मरीजों को 48 घंटे में डायलिसिस की जरूरत है तो 50 से 55 घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। सुबह सात से शाम सात बजे तक डायलिसिस यूनिट चालू रहती है। जिला अस्पताल में रोजाना 20 से 22 मरीज डायलिसिस कराने आते हैं, लेकिन 15 से 18 की ही हो पा रही है।
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चार घंटे की जगह दो घंटे ही हो रही डायलिसिस
यूनिट प्रभारी डॉ. वैभव त्रिपाठी ने बताया कि वैसे तो मरीजों की चार घंटे डायलिसिस होनी चाहिए लेकिन दो में एक मशीन खराब होने से दो घंटे ही डायलिसिस की जा रही है। इसमें गंभीर मरीजों को प्राथमिकता देना मजबूरी है। व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के लिए कार्यदायी संस्था को पत्र भेजा गया है