
कानपुर। ग्राम पंचायतों में अंत्येष्टि स्थल निर्माण के नाम पर सरकारी धन का जमकर बंदरबांट हो रहा है। भीतरगांव ब्लाॅक की रार ग्राम पंचायत में अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कराए बिना ही 5.73 लाख रुपये निकाल लिए गए। पोर्टल पर काम होते हुए फर्जी फोटो भी अपलोड कर दी। यह सारा खेल पंचायती राज कार्यालय के कर्मियों की मिलीभगत से हुआ।
ग्राम पंचायतों में अंत्येष्टि स्थल के निर्माण के लिए शासन की ओर से 22 से 24 लाख रुपये चिह्नित पंचायत के खाते में भेजे जाते हैं। इसके लिए कार्य योजना फीड होने के बाद प्रस्ताव तैयार होता है, फिर टेंडर निकाले जाते हैं। फर्म चिह्नित होने के बाद निर्माण किया जाता है। वर्ष 2023-24 में अलग-अलग ब्लाॅकों में 12 अंत्येष्टि स्थल निर्माण कराने का लक्ष्य आया था। इनमें से भीतरगांव ब्लाॅक की रार ग्राम पंचायत में भी एक अंत्येष्टि स्थल का निर्माण होना था। प्रस्ताव पास होकर टेंडर निकाल दिए गए।
काम के लिए फर्म भी चिह्नित हो गई, लेकिन छह माह पहले बिना काम कराए ग्राम पंचायत के खाते से फर्म मां गार्गी कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर के खाते में निर्माण सामग्री और मिस्त्री के नाम पर 5.75 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। यही नहीं मौके पर कार्य होते हुए फर्जी फोटो भी पोर्टल पर अपलोड कर दी। इसकी जानकारी सचिव से लेकर ग्राम पंचायतों में खर्च होने वाली धनराशि की निगरानी करने वाले कर्मियों को हुई, लेकिन सभी मामले को दबाकर बैठ गए। विभाग के अधिकारियों ने इसका कोई संज्ञान नहीं लिया।
घाटमपुर, पतारा और भीतरगांव में बिना किसी स्वीकृति और टेंडर के 60 फीसदी निर्माण कार्य करा दिया है। शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने मामले में जांच बिठाई है। पीडब्ल्यूडी की अधिशासी अधिकारी और आरईडी के जेई ने जांच पूरी कर ली है, लेकिन अभी रिपोर्ट डीएम को नहीं सौंपी गई है। रिपोर्ट सौंपने के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
मामला संज्ञान में नहीं है। इसकी जांच कराऊंगा। बिना निर्माण के खाते से पैसे निकालना बड़ा फर्जीवाड़ा है। जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।
– मनोज कुमार, डीपीआरओ
बिना कार्य के भुगतान होना नियमों का उल्लंघन है। टीम बनाकर इसकी जांच कराएंगे। दोषियों पर कार्रवाई होगी।
-दीक्षा जैन, सीडीओ