
डायग्नोस्टिक सेंटर की जांच करते सीएचसी प्रभारी डॉ.अनूप। स्रोत: स्वास्थ्य विभाग
औरास। डायग्नोस्टिक का पंजीकरण न मिलने पर सीएचसी प्रभारी ने उसे सील करा दिया। इसके अलावा एक अस्पताल और क्लीनिक को नोटिस देकर तीन दिन में कागज दिखाने के निर्देश दिए हैं।
क्षेत्र में बिना पंजीकरण के नर्सिंगहोम और पैथोलॉजी चल रहे हैं। इन पर स्वास्थ्य विभाग अंकुश नहीं लगा पा रहा है। पिछले दिनों क्षेत्र के नर्सिंगहोम सील किए गए थे लेकिन कुछ दिन बाद संचालन फिर शुरू हो गया।
इस पर अमर उजाला ने 15 सितंबर के अंक में प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की। इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू की। सोमवार को सीएचसी प्रभारी डॉ. अनूप तिवारी के नेतृत्व में सीएचसी की टीम ने क्षेत्र में अवैध नर्सिंगहोम और पैथोलॉजी के विरुद्ध अभियान चलाया।
सबसे पहले टीम इंडियन डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंची। यहां सेंटर चलता मिला। टीम ने संचालक से पंजीकरण से जुड़े कागज दिखाने के लिए कहा लेकिन संचालक कोई भी कागज नहीं दिखा सके। इस पर टीम ने डायग्नोस्टिक सेंटर को सील करा दिया। इसके बाइ सेवा हॉस्पिटल पहुंचे। यहां हॉस्पिटल बंद मिला।
टीम ने नोटिस देकर संचालक को तीन दिन में कागज के साथ प्रस्तुत होने का निर्देश दिया।
इसके अलावा सीमऊ में संचालित एक क्लीनिक को भी नोटिस देकर कागज दिखाने के निर्देश दिए हैं। सीएचसी प्रभारी ने बताया कि तीन दिन का समय दिया गया है। अगर कागज नहीं दिखा पाए तो सेंटरों को बंद करा दिया जाएगा।