
अचलगंज। रहाहार गांव में चार दिन से लापता छात्र का शव बृहस्पतिवार को गांव के बाहर झील में उतराया मिला। चेहरा और शरीर का कुछ हिस्सा काला पड़ गया था। परिजनों ने हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया। सीओ और एसओ ने डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम के साथ जांच की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है।
अचलगंज थाना क्षेत्र के रहाहार गांव निवासी शिवप्रसाद ने बताया कि बेटा सचिन (21) बीए तृतीय वर्ष का छात्र था। वह 29 सितंबर की दोपहर लापता हो गया था। देर शाम तक बेटे के न लौटने पर नेवरना चौकी में पुलिस को फोन पर सूचना दी थी। अगले दिन सचिन की मां कुसुमा ने चौकी में प्रार्थनापत्र दिया था लेकिन सुनवाई नहीं हुई। एक अक्तूबर को अचलगंज थाने में तहरीर दी। तब गुमशुदगी दर्ज हुई थी। उसका मोबाइल घर में ही चार्जिंग पर लगा था।
दो अक्तूबर को गांव के बाहर स्थित झील में मछली मारने गए गांव के ही बीरेंद्र ने शव उतराया देखा और परिजनों को बताया। सूचना पर सीओ मधुपनाथ मिश्र, थानाध्यक्ष राजेश पाठक घटनास्थल पर पहुंचे और शव पानी से निकलवाया। शव फूल गया था, पिता ने चेहरे पर डीजल लगा होने की भी बात बताई है। शुक्रवार को हुए पोस्टमार्टम में युवक के फेफड़ों में मिट्टी के साथ पानी भरा मिला। डूबने से मौत की पुष्टि हुई है। थानाध्यक्ष राजेश पाठक ने बताया कि परिजनों ने अभी किसी पर आरोप नहीं लगाया है। युवक के मोबाइल की जांच की जाएगी।
घटनास्थल से 150 मीटर दूर मिला ब्लाउज और महिला के चप्पल
पुलिस ने जांच की तो घटनास्थल से 100 मीटर दूर सचिन के चप्पल, उससे पहले किसी महिला के ब्लाउज और चप्पल पड़े मिले। चप्पल में डीजल लगा था। परिजन और ग्रामीण तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। सचिन इकलौता बेटा था।
चप्पल और ब्लाउज मिलने से कयास लगाए रहे हैं कि सचिन को महिला के साथ उसके परिजनों ने पकड़ लिया होगा। पीटने के बाद सचिन के चेहरे पर कालिख पोती होगी। इस पर शर्मसार सचिन ने पानी में छलांग लगा दी हो। सचिन के घर में माता-पिता के अलावा बहनों में शिवानी और मानसी हैं।

फोटो-30- संदीप (फाइल फोटो)। स्रोत: परिजन