
फोटो-20-दोस्तीनगर बाईपास में क्षतिग्रस्त स्थान पर बालू बिछाकर सड़क को बराबर करता रोड रोलर व निक –
उन्नाव। दोस्तीनगर बाईपास क्षतिग्रस्त होने पर उठे सवालों पर डीएम ने जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। समिति में शामिल अधिकारियों को 15 दिन में गहनता से जांच करके रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
वर्ष 2024 में शुरू हुआ दोस्तीनगर बाईपास का निर्माण अब पूरा हो पाया है। सात अक्तूबर को पुलिस ने ट्राॅयल के रूप में अनौपचारिक शुभारंभ करते हुए हरदोई की ओर से आने वाले वाहनों को अग्निशमन प्रशिक्षण केंद्र से दही चौकी के लिए डायवर्ट किया था। एक ही तरफ से भारी वाहनों को निकालने के बाद भी मात्र सात दिन में ही रोड जवाब दे गई। 15 अक्तूबर को दिशा की बैठक में एमएलसी अरुण पाठक ने रोड की गुणवत्ता को लेकर सवाल किए थे। इस पर सांसद डॉ. हरि साक्षी महाराज ने डीएम को जांच टीम गठित करने के निर्देश दिए थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम गौरांग राठी ने तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी है। समिति में परियोजना निदेशक डीआरडीए, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के एक्सईएन व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को शामिल किया गया है। डीएम ने बताया कि जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ठेकेदार करता रहा मनमानी
विभागीय सूत्रों के अनुसार ठेकेदार ने कुल स्वीकृत लागत 34 करोड़ से 30 प्रतिशत कम कीमत पर टेंडर हासिल किया था। प्रोजेक्ट 2016 में स्वीकृत हुआ था, इसलिए निर्माण सामग्री के रेट भी उसी समय के लगे। इसके बाद भी ठेकेदार ने टेंडर लिया और काम कराया। सूत्रों के अनुसार कम रेट पर टेंडर उठा था तो जिम्मेदारों को सजग रहना चाहिए था और गुणवत्ता की गहन निगरानी करनी चाहिए थी। लेकिन जिम्मेदार नजर अंदाज किए रहे और सड़क सात दिन में ही दम तोड़ गई।
एक्सईएन बोले, पानी नीचे पहुंचने से टूटी रोड
बाईपास रोड क्षतिग्रस्त होने का ठीकरा एक्सईएन ने बारिश के पानी और ओवरलोड वाहनों के आवागमन पर फोड़ा। एक्सईएन हरदयाल अहिरवार ने बताया कि साइड पटरी बनाने के लिए जो किनारे की मिट्टी खोदी गई थी, उनमें बारिश का पानी भर गया था। मिट्टी नम हो जाने और मार्ग से ओवरलोड वाहनों के आवागमन से सड़क टूटी है। दावा किया कि सड़क में डामर से पहले 48 सेमी. क्रंकीट बिछाई गई थी। मानकों के अनुसार ही निर्माण हुआ है। बताया कि सड़क 30 से 40 टन भार तक के वाहनों के आवागमन के लिए है। वर्तमान में 50 टन से ज्यादा का लोड लेकर वाहन निकल रहे हैं।
फोटो नंबर-22-कानपुर-लखनऊ हाईवे पर पुल को जोड़ने वाली सड़क की मरम्मत और रेंगता यातायात। संवाद
हाईवे पुल के बीच में सड़क की मरम्मत, दोनों तरफ रेंगा यातायात
-कानपुर से लखनऊ जाने वाली लेन की 500 मीटर में कराई जा रही मरम्मत
संवाद न्यूज एजेंसी
उन्नाव। लखनऊ-कानपुर हाईवे के गदनखेड़ा बाईपास चौराहा पुल की कानपुर से लखनऊ जाने वाली लेन की सड़क (अप्रोच रोड) धंसने पर उसकी मरम्मत कराई जा रही है। शुक्रवार को सड़क के बीच की लेन ठीक की गई। यातायात संचालन की व्यवस्था ठीक न होने से दोनों तरफ का यातायात करीब एक किलोमीटर में रेंगता रहा। एनएचएआई के पीडी पंकज यादव ने बताया कि ओवरलोड वाहनों की वजह से हाईवे पुल को जोड़ने वाली इस लेन में खराबी आई है। 500 मीटर में मरम्मत कराई जा रही है। प्रयास किया जा रहा है कि दिवाली से पहले इसे पूरी तरह ठीक करा दिया जाए, ताकि त्योहार में लोगों को असुविधा न हो।

फोटो-20-दोस्तीनगर बाईपास में क्षतिग्रस्त स्थान पर बालू बिछाकर सड़क को बराबर करता रोड रोलर व निक-