
फोटो-2-अंशू उर्फ बजरंगी (फाइल फोटो)।
सोनिक (उन्नाव)। टीकरगढ़ी गांव में दो दिन से लापता दो युवकों के शव शनिवार को गांव से 200 मीटर दूर दही-दोस्तीनगर बाईपास रोड किनारे पानी भरे गड्ढे में मिले। गड्ढे में बाइक भी थी। बाइक का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से कयास लगाए जा रहे हैं कि किसी वाहन की टक्कर लगने से दोनों बाइक समेत गड्ढे में गिर गए। बाइक सवार हेलमेट नहीं लगाए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में गहरी चोट लगने से मौत की पुष्टि हुई है।
दही थाना के टीकरगढ़ी गांव निवासी गुलशन लोधी (18) पुत्र सोहन की कुमेदान खेड़ा गांव निवासी बहन रिंकी और जीजा सुजीत बृहस्पतिवार को भाईदूज पर घर आए थे। बहन से टीका कराने के बाद दोपहर में गुलशन जीजा की बाइक लेकर पड़ोसी व साथ में शटरिंग का काम करने वाले वाले दोस्त अंशू उर्फ बजरंगी लोधी (20) पुत्र रतन के साथ बाइक लेकर निकल गया।
पिता सोहन के मुताबिक गुलशन मोबाइल फोन रिचार्ज कराने की बात कहकर घर से निकला था। शाम तक दोनों घर नहीं लौटे तो फोन मिलाया लेकिन रिचार्ज न होने से बात नहीं हो सकी। परिजनों के मुताबिक सुबह भी तलाश की गई लेकिन पता नहीं चला तो शुक्रवार की दोपहर अंशू के पिता रतन ने दही थाने में दोनों के लापता होने की तहरीर दी। गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की तो मोबाइल की लोकेशन दोस्तीनगर बाईपास के पास दिखी। पुलिस ने भी परिजनों के साथ तलाश की लेकिन पता नहीं चला।
शनिवार की सुबह करीब आठ बजे बाईपास रोड किनारे पानी भरी खंती में दोनों के शव और बाइक पड़ी देखी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव और बाइक को निकलवाया। बाइक पीछे की तरफ क्षतिग्रस्त होने से अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी वाहन की टक्कर से दोनों बाइक सहित पानी भरी खंती में गिर गए। इससे उनकी मौत हो गई। दोनों के शरीर में भी चोटें मिली हैं। परिजनों ने भी किसी पर कोई आशंका जाहिर नहीं की है।
दही थानाध्यक्ष अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक की जांच में किसी बड़े वाहन की टक्कर से बाइक सहित दोनों के पानी भरे गहरे गड्ढे में गिरने से मौत होना प्रतीत हो रहा है। दोनों के मोबाइल भी मिल गए हैं। पोस्टमार्टम में सिर में चोट से मौत की पुष्टि हुई है।
घर का इकलौता था अंशू, दो भाइयों में छोटा था गुलशन
अंशू उर्फ बजरंगी माता-पिता का इकलौता बेटा होने के साथ बहनों में निशा मनीषा और अनीता का इकलौता भाई था। बेटे की मौत से मां श्रीकांती और अन्य परिजन बेहाल हैं। गुलशन के बड़े भाई विकास ने बताया कि वह दो भाइयों में छोटा था। दो बहने रिंकी, पिंकी और मां सुनीता बेहाल हैं।
चोरी में तीन बार जेल गया था अंशू
हादसे का शिकार अंशू उर्फ बजरंगी शातिर चोर था। दही पुलिस ने उसे सबमर्सिबल पंप की चोरी के आरोप में जेल भेजा था। इसके पहले वह अचलगंज में सरिया चोरी में और माखी थाना से चोरी में जेल जा चुका है। जेल अधीक्षक पंकज सिंह ने बताया कि 27 अगस्त 2024 को अंशू दही थाने से जेल आया था। पांच सितंबर 2024 को वह जमानत पर छूटा था।

फोटो-2-अंशू उर्फ बजरंगी (फाइल फोटो)।

फोटो-2-अंशू उर्फ बजरंगी (फाइल फोटो)।

फोटो-2-अंशू उर्फ बजरंगी (फाइल फोटो)।
 
								 
													