एसी बसों में यात्री सुरक्षा भगवान भरोसे है। इन बसों में आग बुझाने के इंतजाम तक नहीं हैं। अमर उजाला की पड़ताल के दौरान दावों की सच्चाई सामने आई।

एसी बसें – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
परिवहन निगम की बसों में यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। रोडवेज की एसी बसों में आग से बचाव के इंतजाम नहीं हैं। सोमवार को पड़ताल के दौरान निगम के दावों की सच्चाई सामने आई।
आगरा एक्सप्रेस-वे पर रविवार तड़के गोंडा जा रही बस में आग लग गई। चालक और हेल्पर ने किसी प्रकार यात्रियों को बाहर निकाला। इसके बाद से बसों में यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। सोमवार को आईएसबीटी पर लखनऊ जाने वाली एसी बस में अग्निशमन यंत्र नहीं था। दिल्ली जाने वाली एसी बसों में भी ऐसा ही हाल देखने को मिला। स्टैंड में खड़ी एक बस में अग्निशमन उपकरण तो था, लेकिन वह चालक की सीट के पीछे धूल फांक रहा था। चालक ने बताया कि यह सिलिंडर काफी पुराना है। कभी इसकी जरूरत नहीं पड़ी। सिलिंडर की एक्सपायरी डेट भी निकल चुकी थी।
आईएसबीटी से 34 एसी बसों का संचालन किया जाता है। ये बसें दिल्ली, लखनऊ, देहरादून, बरेली और कानपुर मार्ग पर संचालित की जाती हैं। सफर के दौरान आग जैसी कोई दुर्घटना होने पर इन परिस्थितियों में यात्रियों की जान बचाना मुश्किल हो सकता है।
क्षेत्रीय प्रबंधक बीपी अग्रवाल ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए बसों में पर्याप्त इंतजाम हैं। सभी बसों में अग्निशमन उपकरण भी हैं। किसी बस में उपकरण नहीं होने की जांच की जाएगी। यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।