Unnao News: स्वास्थ्य कर्मियों ने जलाईं दस बोरी दवाएं

unnao news

फोटो- 10- एंटीबायोटिक सिरप पर में लिखी 2026 एक्सपॉयरी। संवाद

सफीपुर (उन्नाव)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में सबसे अधिक खपत होनी वाली दस बोरी दवाएं स्वास्थ्य कर्मियों ने जला दीं। इन दवाओं में लेवोसेटिरिजिन टैबलेट, लिग्नोकेन जेल, पैरासीटामॉल टैबलेट और मेट्रोनाइडाजोल सिरप आदि शामिल हैं। इनमें खराब होने की तिथि 2026 और 2027 लिखी हुई है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सफीपुर में रोजाना विभिन्न बीमारियों से पीड़ित औसतन 300 मरीज आते हैं। मरीजों के इलाज के लिए जिला स्तरीय वेयर हाउस से डिमांड के अनुसार दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। डिमांड में लगभग सभी रोगों की दवाएं शामिल होती हैं। शनिवार की सुबह सीएचसी परिसर में तेज धुआं उठा। इसे देखकर लोग पहुंचे तब दवाएं जलाने के मामले का पता चला।

स्वास्थ्य कर्मियों ने मौसमी बीमारी से संबंधित और इन दिनों सबसे अधिक जरूरत वाली दवाएं पहले कूड़े में फेंकी, इसके बाद आग लगा दी। इन दवाओं की मात्रा 10 बोरी से भी अधिक है। सिरप, इंजेक्शन और दवाओं की स्ट्रिप जल रही थीं। अधजली दवाएं देखी गईं तो उनमें दवा की खराब होने की तिथि 2026 और 2027 दर्ज मिली।

इसके अलावा परिवार नियोजन में प्रयोग होने वाली टेबलेट और पैकेट भी शामिल हैं। जो दवाएं जलाई गई हैंं, उनमें दाद और खुजली में खाई जाने वाली टैबलेट लेवोसेटिरिजिन, जलन में लगाए जाना वाला जेल लिग्नोकेन, बुखार और दर्द में प्रयोग होनी वाली टैबलेट पैरासीटामॉल और बच्चों की एंटोबायोटिक सिरप मेट्रोनाइडाजोल शामिल हैं।

परिवार नियोजन की किट भी जलाई
दवाएं जलने के दौरान उसमें परिवार नियोजन से संबंधित टैबलेट, किट, व अन्य कई संसाधन भी जलाएं गए है, जबकि परिवार नियोजन पर सरकार करोड़ो रुपये खर्च रही है। इसके विपरीत सरकारी बजट की बर्बादी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा की जा रही है।

दवा-रोग-एक्सपॉयरी
लेवोसेटिरिजिन टैबलेट-खुजली-2027
कैल्शियम विटमिन डी- 3- हड्डी-2026
लिग्नोकेन जेल-त्वचा-2026
पैरासीटामॉल – बुखार–

 2027
मेट्रोनाइडाजोल-एंटी बायोटिक 2027
सीएचसी अधीक्षक बोले नहीं है जानकारी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को दवाएं जलाई गई, इसकी जानकारी पूरे स्टॉफ सहित कस्बे में आग की तरह फैल गई। लेकिन सीएचसी अधीक्षक डॉ.राजेश वर्मा को दवा जलने की जानकारी हीं नहीं हुई। उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्हें कोई जानकारी ही नहीं है।

वर्जन…
दवाएं एक्सपॉयरी हो या अभी एक्सपॉयर होने वाली न हों, उन्हें जलाना गलत है। मामले की जांच कराई जाएगी। इसमें दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. एचएन प्रसाद, एसीएमओ।

फोटो- 10- एंटीबायोटिक सिरप पर में लिखी 2026 एक्सपॉयरी। संवाद

फोटो- 10- एंटीबायोटिक सिरप पर में लिखी 2026 एक्सपॉयरी। संवाद

फोटो- 10- एंटीबायोटिक सिरप पर में लिखी 2026 एक्सपॉयरी। संवाद

फोटो- 10- एंटीबायोटिक सिरप पर में लिखी 2026 एक्सपॉयरी।

Tags

Share this post:

Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
Welcome to M&M Bioscope News, your go-to source for the latest and most comprehensive updates in the world of bioscopes!