
फोटो-25-मेडिकल स्टोर का बोर्ड हटाकर लगाया गया दूध डेयरी का बोर्ड। संवाद
बांगरमऊ। बांगरमऊ कोतवाली के बेरियागाड़ा में मेडिकल स्टोर पर संचालक ने दस महीने में कोडीनयुक्त सिरप की 12 हजार शीशियां बेच दी थीं। औषधि निरीक्षक ने जांच की तो वह बिक्री का ब्योरा नहीं दे पाया। डीएम के निर्देश पर एफआईआर दर्ज कराने के बाद संचालक भूमिगत हो गया है। दुकान में मेडिकल स्टोर का बोर्ड हटाकर दूध डेयरी का बोर्ड लगा दिया गया है। दुकान के मालिक किरायेदार ने दुकान खाली कर दी है।
लखनऊ के औषधि विभाग की टीम ने पिछले दिनों रायबरेली जिले के कल्लूपुरवा रतापुर स्थित सिरप बनाने वाली अजय फार्मा नाम की फैक्टरी की जांच की थी। इसमें जांच में पता चला था कि उन्नाव के बांगरमऊ कोतवाली के सिंधूपुर बेरिया गड़ा में संचालित अंबिका हेल्थ केयर सेंटर को बड़े पैमाने पर कोडीनयुक्त सिरप की सप्लाई की गई। प्रोपराइटर परशुरामपुर गांव निवासी अजय कुमार ने 10 सितंबर 2024 से 15 जुलाई 2025 तक 12,000 शीशी सिरप खरीदी। 17 अक्तूबर को औषधि निरीक्षक अशोक कुमार ने जांच की और सिरप का स्टॉक और बिक्री का ब्योरा न देने पर तीन दिन की मोहलत दी थी। इसके बाद भी कागजात उपलब्ध नहीं कराए तो 31 अक्तूबर को एफआईआर दर्ज कराई थी।
दुकान मालिक संदीप पाल ने बताया कि मेडिकल स्टोर संचालक अजय ने दुकान खाली कर दी है। बताया कि सिरप कहां बेचता था, इसकी जानकारी नहीं है। बताया कि दुकान पर कभी यह माल नहीं उतरा। खरीदकर सीधे सप्लाई कर देने का अनुमान लगाया जा रहा है। औषधि निरीक्षक ने बताया कि मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निरस्त करने के लिए रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है।
बांगरमऊ कोतवाली प्रभारी चंद्रकांत सिंह ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।